पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ को भारत की ओर से स्पष्ट संदेश दिया गया है कि यदि वे भारत से संबंध सुधारना चाहते हैं तो उन्हें पहले आतंकवाद पर काबू करना होगा। पहला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिर अमेरिका यात्रा पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी यही बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहबाज शरीफ को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई दी और कहा कि भारत आतंक मुक्त क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहता है। पाकिस्तान में लंबे चले सियासी ड्रामे के बाद जब शाहबाज शरीफ ने पीएम पद की शपथ ली तो पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'मियां मुहम्मद शहबाज शरीफ को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई।' पीएम मोदी ने आगे लिखा, 'भारत आतंक मुक्त क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहता है, ताकि हम अपनी विकास चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित कर सकें और अपने लोगों की भलाई और समृद्धि सुनिश्चित कर सकें।'
इसके जवाब में शाहबाज शरीफ ने ट्वीट किया, बधाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद। पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगी संबंध चाहता है। जम्मू-कश्मीर सहित बकाया विवादों का शांतिपूर्ण समाधान जरूरी है। आतंकवाद से लड़ने में पाकिस्तान की कुर्बानी जगजाहिर है।
शाहबाज शरीफ को राजनाथ की दो टूक
वॉशिंगटन से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के नए प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ को शुभकामनाएं दी हैं और उनसे पड़ोसी देश की धरती से होने वाली आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने का आग्रह किया है। राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के नए पीएम शहबाज शरीफ पर कहा, 'मैं उन्हें सिर्फ आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए बताना चाहता हूं..उनके साथ मेरी शुभकामनाएं।'
इससे पहले सोमवार को शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के अचानक "बीमार" पड़ने पर संसद के उच्च सदन सीनेट के चेयरमैन सादिक संजरानी ने उन्हें शपथ दिलाई। इससे पहले, संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार शहबाज को नेशनल असेंबली में प्रधानमंत्री चुना गया था। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) ने मतदान का बहिष्कार किया और उसके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार शाह महमूद कुरैशी और सभी सदस्य सदन से बाहर चले गए।
राष्ट्रपति अल्वी के अचानक बीमार पड़ने को शपथ ग्रहण समारोह को टालने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। उनकी बीमारी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा गया है। उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक संक्षिप्त बयान जारी किया गया, जिसमें कहा गया, "राष्ट्रपति डा. आरिफ अल्वी ने बेचैनी की शिकायत की है। डाक्टर ने उनकी अच्छी तरह जांच की है और उन्हें कुछ दिन आराम करने की सलाह दी है।" गौरतलब है कि राष्ट्रपति बनने से पहले अल्वी इमरान की पार्टी के सदस्य थे।
पीटीआइ के चुनावी मैदान से हटने के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ पीएम पद के लिए इकलौते उम्मीदवार बच गए थे, जिनके निर्वाचन की औपचारिकता पूरी की गई। 342 सदस्यीय सदन में शहबाज को 174 मत मिले, जो 172 के साधारण बहुत से दो ज्यादा हैं। 34 साल के राजनीतिक अनुभव वाले शहबाज पाकिस्तान के सबसे अधिक आबादी वाले पंजाब प्रांत के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
पीएम बनते ही सरकारी कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन बढ़ाया
पीएम बनने के तुरंत बाद उन्होंने सरकारी कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन को बढ़ाकर 25,000 रुपये प्रतिमाह करने की घोषणा की। यह बढ़ोतरी इस महीने की पहली तारीख से ही लागू होगी। उन्होंने नागरिक और सैन्य पेंशन में भी 10 प्रतिशत बढ़ोतरी का एलान किया है।
इमरान ने सदन से दिया इस्तीफा
रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान समेत उनकी पार्टी के 100 से अधिक सांसदों ने सोमवार को नेशनल असेंबली से इस्तीफा दे दिया है। इमरान ने कहा कि वह "चोरों" के साथ नहीं बैठ सकते। पीटीआइ ने पहले ही एलान किया था कि अगर शहबाज को पीएम चुना जाता है तो उसके सभी सदस्य सदन से इस्तीफा दे देंगे। शनिवार को देर रात तक चले सियासी ड्रामे के बाद अविश्वास प्रस्ताव के जरिये प्रधानमंत्री इमरान खान को अपदस्थ कर दिया गया था।