प्रधानमंत्री शिशु विकास योजना PMSVY : प्रधानमंत्री शिशु विकास योजना में बच्चे का पंजीकरण कराने के नाम पर देशभर में 15 हजार लोग से ठगी करने वाले तीन आरोपितों को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने दो अलग-अलग वेबसाइट बनाकर देशभर में अपने एजेंट फैला रखे थे। ये एजेंट पंजीकरण के नाम पर प्रति बच्चा 250 रुपये अभिभावकों से वसूल करते थे। पुलिस ने आरोपितों को रिमांड पर लिया है, ताकि इनके पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। अभी तक की जांच में पता चला है कि आरोपितों ने देश के लगभग सभी राज्यों में अपना एक-एक एजेंट रखा हुआ था। उस एजेंट ने आगे जिला स्तर पर एजेंट रखे। यह एजेंट आम जन के घर जाते और प्रचार करते की अगर प्रधानमंत्री शिशु विकास योजना के तहत बच्चे का पंजीकरण कराएंगे तो बच्चे का बीमा होने के साथ ही भविष्य में पढ़ाई के खर्च के लिए भी पैसा मिलेगा। इस तरह लोग इनके झांसे में आ जाते। प्रति बच्चे के लिए 250 रुपये लेते थे। 50 रुपये जिला और राज्य स्तर के एजेंट में बांटे जाते थे, जबकि 200 रुपये मुख्य आरोपितों तक पहुंचते थे। अभी तक की पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि जो डाटा जमा किया गया है, वह स्कूलों और अस्पतालों को बेचे जाने की योजना थी। आरोपितों से सात मोबाइल फोन, तीन लैपटॉप, दो सीपीयू और नोट पैड के अलावा कई आईडी कार्ड बरामद हुए हैं।
ऐसे पता चला मामले का
साइबर सेल के डीसीपी अन्येष रॉय के मुताबिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के निदेशक ने इस संबंध में केस दर्ज कराया था। उनका आरोप था कि प्रधानमंत्री शिशु विकास योजना के नाम पर दो फर्जी वेबसाइट बनी हुई हैं। इसके बाद साइबर सेल ने जांच कर इन वेबसाइट के रिकॉर्ड को खंगाला। कई आइपी एड्रेस खंगालने के बाद पुलिस तह तक पहुंची। इसके बाद पटना निवासी नीरज पांडेय और सुरेंद्र यादव के अलावा अयोध्या निवासी आदर्श यादव को गिरफ्तार कर लिया। नीरज ने जहां बीसीए की पढ़ाई की है, वहीं, आदर्श एमबीए है। पुलिस के मुताबिक पहले तीनों आरोपित एक साथ एक ही वेबसाइट चलाते थे, लेकिन कुछ समय पहले ही सुरेंद्र यादव ने अलग से अपनी वेबसाइट बना ली।
क्या है शिशु विकास योजना
Pradhan Mantri Shishu Vikas Yojana (PMSVY) | शिशु विकास योजना Pradhan Mantri Shishu Vikas Yojana 2020 के तहत पूरे देश भर के समस्त राज्यों के गरीब वर्ग छात्रों को इसका लाभ दिया जाता है। इस शिशु विकास योजना में छात्रों को न केवल पढ़ाई के लिए बल्कि स्वयं के रोजगार खोलने और जीवन बीमा जैसी सुविधाएं भी दी जाती हैं।