
डिजिटल डेस्क: संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन के बाहर एक भाषण दिया। इस भाषण में पीएम मोदी ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया और संसद की कार्यवाही में बाधा नहीं डालने की बात कही।
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद शीतकालीन सत्र पर कहा, "ये शीतकालीन सत्र ये सिर्फ रस्म नहीं है बल्कि राज्य को प्रगति की ओर तेज गति से लेने जाने के जो प्रयास चल रहे हैं उसमें ऊर्जा भरने का काम ये शीतकालीन सत्र करेगा। ऐसा मेरा विश्वास है..."
#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद शीतकालीन सत्र पर कहा, "ये शीतकालीन सत्र ये सिर्फ रस्म नहीं है बल्कि राज्य को प्रगति की ओर तेज गति से लेने जाने के जो प्रयास चल रहे हैं उसमें ऊर्जा भरने का काम ये शीतकालीन सत्र करेगा। ऐसा मेरा विश्वास है..." pic.twitter.com/92ZI8DUHCa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 1, 2025
इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ड्रामा करने के लिए देश में बहुत जगह है। नारे लगाने के लिए पूरा देश पड़ा है। सदन का कार्यवाही को बाधित नहीं करें। साथ ही उन्होंने कहा- 'विपक्ष भी अपना दायित्व निभाए, चर्चा में मजबूत मुद्दे उठाए। पराजय की निराशा से बाहर निकलकर आएं। दुर्भाग्य ये है कि 1-2 दल तो ऐसे हैं कि वो पराजय भी नहीं पचा पाते। मैं सोच रहा था कि बिहार के नतीजों को इतना समय हो गया, तो अब थोड़ा संभल गए होंगे। लेकिन, कल जो मैं उनकी बयानबाजी सुन रहा था, उससे लगता है कि पराजय ने उनको परेशान करके रखा है.. उनसे मेरा आग्रह है कि पराजय की बौखलाहट को मैदान नहीं बनना चाहिए.."
#WATCH दिल्ली: #ParliamentWinterSession | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "...ड्रामा करने के लिए बहुत जगह होती है, जिसको करना है करते रहे। यहां ड्रामा नहीं डिलीवरी होनी चाहिए...यहां नारे नहीं नीति पर बल देना चाहिए और वो आपकी नीयत होनी चाहिए...हो सकता है कि राजनीति में… pic.twitter.com/eHlDjChiuO
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "गत दिनों बिहार में जो चुनाव हुआ, उसमें मतदान का जो विक्रम हुआ, वो लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। माताओं-बहनों की जो भागीदारी बढ़ रही है, ये अपने आप में एक नई आशा, नया विश्वास पैदा करती है। एक तरफ लोकतंत्र की मजबूती अब इस लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के भीतर अर्थतंत्र की मजबूती इसको भी दुनिया बहुत बरीकी से देख रही है। भारत ने सिद्ध कर दिया है कि लोकतंत्र परिणाम दे सकता है।"
वहीं प्रधानमंत्री के ड्रामा डिलीवरी वाले बयान पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने पलटवार किया है। मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, 'कुछ जरूरी मुद्दे हैं। चुनाव की स्थिति, SIR, और पॉल्यूशन बहुत बड़े मुद्दे हैं। पार्लियामेंट किसलिए है? यह ड्रामा नहीं है। मुद्दों पर बोलना, मुद्दे उठाना ड्रामा नहीं है। ड्रामा का मतलब है चर्चा की इजाजत न देना। ड्रामा का मतलब है उन मुद्दों पर डेमोक्रेटिक चर्चा न करना जो जनता के लिए जरूरी हैं।'
इस सत्र में सरकार की ओर से सदन में परमाणु ऊर्जा क्षेत्र, उच्च शिक्षा ढांचा सुधार और कॉरपोरेट/शेयर बाजार विनियम समेत 10 महत्त्वपूर्ण विधेयक रखने जा रही है। वहीं विपक्ष इस शीतकालीन सत्र में एसआईआर के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं।
संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार की ओर से परमाणु ऊर्जा विधेयक-2025 के साथ-साथ 9 आर्थिक बिलों को पेश किया जाएगा। इनमें नौ बीमा कानूनों में संशोधन करने वाला एक विधेयक, तंबाकू तथा पान मसाला जैसी हानिकारक वस्तुओं पर कर और उपकर लगाने से संबंधित दो अन्य विधेयक शामिल हैं।
वहीं विपक्ष की ओर से इस शीतकालीन सत्र में वोट चोरी को एक बड़ा मुद्दा बनाया जाएगा। सर्वदलीय बैठक से पहले कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि सत्र के दौरान विपक्ष निर्वाचन आयोग के साथ 'मिलीभगत' से सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा कथित तौर पर 'वोट चोरी' किए जाने का मुद्दा उठाएगा।
( न्यूज एजेंसी ANI के इनपुट के साथ)