Rahul Gandhi vs ECI: 'हाईड्रोजन बम' पर राहुल गांधी का यूटर्न, बोले- वह बाद में आएगा
कांग्रेस सांसद व लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस गुरुवार की सुबह 10 बजे प्रस्तावित थी। यह दिल्ली के इंदिरा भवन में वोट चोरी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस लगभग 11 बजे शुरू हुई।
Publish Date: Thu, 18 Sep 2025 10:30:13 AM (IST)
Updated Date: Thu, 18 Sep 2025 01:39:53 PM (IST)
राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस। (फाइल फोटो)HighLights
- राहुल गांधी आज 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
- कांग्रेस ने भाजपा पर वोट चोरी का आरोप लगाया।
- पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की जानकारी दी।
एजेंसी, नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद व लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस गुरुवार की सुबह 10 बजे प्रस्तावित थी। यह दिल्ली के इंदिरा भवन में वोट चोरी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस लगभग 11 बजे शुरू हुई। हाईड्रोजन बम का दावा करने वाले राहुल गांधी ने यहां यूटर्न मारते हुए कहा कि वह कुछ दिन बाद फोड़ा जाएगा।
राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में अलंद एक निर्वाचन क्षेत्र है। किसी ने 6018 वोटों को हटाने की कोशिश की। हमें नहीं पता कि 2023 के चुनाव में अलंद में कुल कितने वोट हटाए गए। वे 6,018 से बहुत अधिक हैं, लेकिन किसी को उन 6018 वोटों को हटाते हुए पकड़ा गया। यह संयोग से पकड़ा गया।
हुआ यह कि वहां के बूथ स्तर के अधिकारी ने देखा कि उसके चाचा का वोट हटा दिया था, इसलिए उसने जांच की कि उसके चाचा का वोट किसने हटाया। उसने पाया कि यह एक पड़ोसी था, जिसने वोट हटाया था। उसने अपने पड़ोसी से पूछा, लेकिन उन्होंने कहा कि मैंने कोई वोट नहीं हटाया। अब सामने यह आया कि न तो वोट हटाने वाले व्यक्ति को और न ही जिस व्यक्ति का वोट हटाया था, उसे पता था कि किसी दूसरे लोगों ने प्रक्रिया को हाईजैक कर लिया है। उनका वोट हटा दिया।
ज्ञानेश कुमार पर लगाया आरोप
- राहुल गांधी ने कहा कि भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार उन लोगों को बचा रहे हैं, जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र को नष्ट कर दिया है। उनको संविधान की रक्षा करने के लिए आगे आना चाहिए।
- राहुल गांधी ने कहा कि मैं इस मंच पर ऐसी कोई बात नहीं कहने जा रहा हूं, जो 100 प्रतिशत सत्य पर आधारित न हो। मैं ऐसा व्यक्ति हूं, जो अपने देश से प्यार करता हूं। मैं अपने संविधान से प्यार करता हूं। मैं लोकतांत्रिक प्रक्रिया से प्यार करता हूं। मैं उस प्रक्रिया की रक्षा कर रहा हूं। मैं यहां ऐसी कोई बात नहीं कहने जा रहा हूं, जो 100 प्रतिशत प्रमाण पर आधारित न हो।