गाजियाबाद। आरुषि-हेमराज हत्याकांड में गाजियाबाद के डासना जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा तलवार दंपती हाई कोर्ट के आदेश के बाद सोमवार की शाम 4.58 बजे जेल से रिहा हो गया।
इससे पहले डॉ. राजेश तलवार के भाई दिनेश तलवार अधिवक्ताओं के साथ कोर्ट से रिहाई का परवाना लेकर जेल पहुंचे।
करीब आधे घंटे की कानूनी प्रक्रिया के बाद जेल से बाहर निकला तलवार दंपती अपने परिजनों के साथ कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच नोएडा के जलवायु विहार पहुंचा। यहां पहुंचने के बाद डॉ. नूपुर तलवार मां से लिपटकर फफक पड़ीं।
राजेश तलवार भी काफी भावुक दिखे। जलवायु विहार में डॉ. नूपुर के पिता रिटायर्ड ग्र्रुप कैप्टन बीसी चिटनिस का घर है।
यहां देर रात दिनेश तलवार ने मीडिया को संबोधित किया और कहा कि यह लड़ाई डॉ. दंपती को जेल से बाहर निकालने से ज्यादा आरुषि को सही ठहराने के लिए लड़ी गई।
आरुषि-हेमराज की हत्या में मेरे भाई-भाभी को गलत तरीके से फंसाया गया। हाई कोर्ट से हमें न्याय मिला। फैसले से खुशी है।
वहीं आरुषि के नाना-नानी बीसी चिटनिस व लता चिटनिस ने भी खुशी का इजहार करते हुए कहा कि राजेश और नूपुर के निर्दोष होने का भरोसा हमें शुरू से था। इसी के चलते मामले की पैरवी के दौरान कभी जज्बा कम नहीं हुआ। हमें न्याय प्रक्रिया में पूरा भरोसा था।
आज स्वर्ण मंदिर रवाना होगा दंपती
तलवार दंपती मंगलवार को अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के लिए रवाना होगा। उन्होंने जेल से रिहा होने पर स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने की मन्नत मांगी थी। इसे वे जल्द ही पूरा करना चाहते हैं।
रिहाई तक रखा उपवास
तलवार दंपती के लिए पूरा दिन काफी बेचैनी भरा रहा। कोर्ट से रिहाई परवाना जारी होगा या नहीं, इसे लेकर दोनों परेशान रहे। सोमवार को दंपती ने जेल में उपवास रखा और रिहाई होने तक एक बूंद जल भी ग्रहण नहीं किया।
दोनों ने की पूजा
जेल अस्पताल में अपने द्वारा बनवाए गए मंदिर में डॉ. दंपती ने पूजा की और वहीं बैठे रहे। रिहाई परवाना आने का जैसे ही पता चला, दोनों की आंखें भर आईं। जेल से रिहा होते हुए डॉ. नूपुर साथी महिला बंदियों से गले मिलीं तो उनकी आंखें छलक आईं। नूपुर को रोता देख महिला बंदी भी भावुक हो गईं और फूट-फूट कर रोने लगीं।
सोमवार को नहीं किया इलाज
सोमवार को डॉ. राजेश तलवार रिहाई के इंतजार में इतने बेचैन रहे कि वह अपने क्लीनिक पर नहीं बैठे और मरीज बंदी बिना उपचार के ही ओपीडी से लौट गए। डॉ. नूपुर ने भी बच्चों को नहीं पढ़ाया। सोमवार को दोनों ने दैनिक दिनचर्या भी पूरी नहीं की। न तो दोनों ने व्यायाम किया और न ही योग किया।