डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साक्षी मलिक ने नम आंखों से कुश्ती से संन्यास ले लिया। डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी संजय सिंह के डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने यह फैसला किया। वह संजय सिंह के चुने जाने से काफी नाराज दिखीं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हमने महिला अध्यक्ष की मांग की थी। अगर महिला डब्ल्यूएफआई की अध्यक्ष होगी तो उत्पीड़न नहीं होगा।
साक्षी मलिक ने कहा कि हमने लड़ाई लड़ी, लेकिन सफलता नहीं मिली। डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष अगर बृजभूषण सिंह का बिजनेस पाटर्नर बनता है तो मैं अब से अपनी कुश्ती को छोड़ती हूं। अब आप मुझे कभी भी प्रैक्टिस करते हुए नहीं देखेंगे। इस दौरान उनकी आंखों में आंसू थे। पहलवान बजरंग पुनिया उनको दिलासा देते हुए नजर आए।
#WATCH | Delhi: Wrestler Sakshi Malik breaks down as she says "...If Brij Bhushan Singh's business partner and a close aide is elected as the president of WFI, I quit wrestling..." pic.twitter.com/26jEqgMYSd
— ANI (@ANI) December 21, 2023
उन्होंने कहा कि पहले महिलाओं की भागीदारी नहीं थी। आज भी आप सूची देख सकते हैं, एक भी महिला को पद नहीं दिया गया। हम पूरी ताकत से लड़े थे, लेकिन यह लड़ाई जारी रहेगी। नई पीढ़ी के पहलवानों को लड़ना होगा।
#WATCH | Delhi: On former WFI chief Brij Bhushan Sharan Singh's aide Sanjay Singh elected as the new president of the WFI, Wrestler Sakshi Malik says, "We have made demands for a woman president. If the president would be a woman, harassment would not happen. But, there was no… pic.twitter.com/SEFwYKErNW
— ANI (@ANI) December 21, 2023