School Reopen : कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में कहीं सीमित लॉकडाउन, तो कहीं रात का कर्फ्यू लगाने जैसे सख्त बंदोबस्त किए गए हैं। लंबे समय बाद खुले स्कूल फिर से बंद होने लगे हैं। गुजरात, पंजाब और महाराष्ट्र के कई इलाकों में स्कूल-कॉलेजों को फिर से बंद करना पड़ा है। पंजाब में बोर्ड परीक्षाओं को एक महीने के लिए टाल दिया गया है। देश में इन दिनों फिर से कोरोनावायरस का संक्रमण फैल रहा है। महाराष्ट्र में तो कई शहरों में स्कूल-कॉलेज 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं। नागालैंड सरकार अपने यहां 22 मार्च, 2021 से कक्षा 1 से 5 के छात्रों के लिए फिर से स्कूल खोलने के लिए तैयार है। कई राज्यों ने अपने यहां स्कूल खोलने के फैसले को वापस लेकर स्कूल बंद कर दिए हैं। ऑनलाइन क्लासेस चल रही हैं। बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों के चलते स्कूल खोले जा रहे थे, मगर कोरोना के बढ़ते मामलों के के कारण फिर स्कूलों में बंद किए जा रहे हैं। देशभर में बोर्ड परीक्षाएं अप्रैल- मई में ही शुरू होनी हैं, जो ऑफलाइन आयोजित होंगी। बढ़ते संक्रमण के कारण सभी राज्य बोर्ड के लिए परीक्षाएं कराना बड़ी चुनौती है।COVID-19 महामारी के कारण देश भर के स्कूल पिछले साल मार्च से बंद थे। छात्रों को कक्षाओं में भाग लेने के लिए डिजिटल प्लेटफार्मों पर जाना पड़ा। देश भर में मामलों की घटती संख्या के साथ, कई राज्य सरकारें ऑफ़लाइन कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोल रही हैं। COVID-19 प्रोटोकॉल जैसे तापमान की स्कैनिंग, मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना भी छात्रों की सुरक्षा के लिए स्कूल परिसरों में सुनिश्चित किया जाएगा। देश में सभी स्कूल, कॉलेजों को 24 मार्च 2020 को देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद बंद कर दिया था। हालांकि, स्कूलों और कॉलेजों को कोरोनोवायरस मामलों में गिरावट के साथ अक्टूबर से फिर से खोलने की अनुमति दी गई थी। इस बीच कुछ राज्यों ने अपने यहां प्राइमरी और मिडिल स्कूलों को खोलने की योजना बनाई है। आइये जानते हैं किस राज्य में क्या हालात हैं।
महाराष्ट्र के पुणे और पालघर में 31 मार्च तक स्कूल व कॉलेज रहेंगे बंद
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण एक बार फिर डराने लगा है। राज्य सरकार ने 31 मार्च तक सभी ड्रामा थिएटरों और ऑडिटोरियम को 50 फीसद क्षमता के साथ चलाने के निर्देश दिए हैं। इनमें बिना मास्क के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। सभी प्राइवेट ऑफिस 50 फीसद क्षमता के साथ काम करेंगे। पुणे में स्कूल-कॉलेजों को 31 मार्च तक बंद रखने का निर्देश जारी किया गया है। पालघर जिले में भी सभी सरकारी स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल और निजी स्कूल अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। बीते दिनों नंदौर में एक आवासीय विद्यालय (आश्रम शाला) के छात्रों और एक शिक्षक सहित 30 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए जिसके बाद छात्रावास को सील कर दिया गया था। मुंबई में सभी शिक्षकों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए कहा गया है।
गुजरात के इन शहरों में स्कूल कॉलेज बंद
गुजरात के अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, जामनगर, भावनगर गांधीनगर सहित आठ महानगर पालिकाओं में स्कूल कॉलेज 10 अप्रैल तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य में कोरोना के बढ़ने मामलों की वजह से यह फैसला लिया गया है। राज्य सरकार ने अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा तथा राजकोट में कर्फ्यू की अवधि बढ़ाकर रात को 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक का कर दिया है।
मध्य प्रदेश में यह है हाल
मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (एमपीपीईबी) भोपाल ने मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक संवर्ग भर्ती परीक्षा (पीसीआरटी) वर्ष 2020 को स्थगित कर दिया है। मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक संवर्ग भर्ती परीक्षा का आयोजन दिनांक 06 अप्रैल 2021 से शुरू किया जाना था। मध्य प्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच अंतरराज्यीय बस सेवाओं पर अस्थाई रूप से 20 मार्च से 31 मार्च तक के लिए रोक लगा दी है।
पंजाब में बोर्ड परीक्षाएं टलीं
बीते दिनों पंजाब में प्री नर्सरी से लेकर 12वीं तक सभी स्कूल बंद करने के आदेश जारी किए गए थे। यही नहीं अगले आदेश तक सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को भी बंद करने के निर्देश हैं। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने कोरोना महामारी के चलते बोर्ड परीक्षा टाल दी है। अब यह एक माह देरी से शुरू होंगी। 12वीं की 22 मार्च से शुरू होने वाली परीक्षा अब 20 अप्रैल से 24 मई तक होगी।
नागालैंड में 22 मार्च से कक्षा 1 से 5 के छात्रों के लिए खुलेंगे स्कूल
नागालैंड स्कूल 22 मार्च, 2021 से कक्षा 1 से 5 के छात्रों के लिए फिर से खोलने के लिए तैयार हैं। नागालैंड राज्य सरकार ने राज्य भर के सभी स्कूलों को प्राथमिक कक्षाओं के लिए फिर से खोलने की अनुमति दी है। स्कूलों को राज्य और केंद्र सरकार द्वारा जारी COVID 19 दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया गया है।16 मार्च, 2021 को प्रमुख सचिव (गृह) अभिजीत सिन्हा ने स्कूलों द्वारा अपनाई जाने वाली मानक संचालन प्रक्रिया जारी की। SOP स्कूल परिसरों के अंदर COVID-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए किए जाने वाले विभिन्न एहतियाती उपायों की रूपरेखा तैयार करता है। इससे पहले, नागालैंड में स्कूल, जो पिछले साल मार्च से बंद थे, क्योंकि COVID 19 महामारी के कारण, 8 फरवरी, 2021 को फिर से खोला गया, कक्षा 6 से 12 के छात्रों के लिए। स्कूल इस अवधि के दौरान ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन कर रहे थे।
स्कूल रीओपनिंग: COVID 19 दिशानिर्देशों का पालन किया जाना है
- परिसरों के अंदर कम से कम 6 फीट की शारीरिक या सामाजिक दूरी का पालन किया जाना चाहिए।
- फेस कवर / मास्क का उपयोग सभी कर्मचारियों, शिक्षकों और छात्रों के लिए अनिवार्य होगा।
- कम से कम 40-60 सेकंड के लिए साबुन से हाथ धोने की सलाह दी जाती है।
- यदि उपलब्ध हो तो कम से कम 20 सेकंड के लिए अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करना चाहिए।
- कैंपस के अंदर और आसपास थूकना प्रतिबंधित है।
- राज्य सरकार स्कूल प्रशासन को बिना किसी असफलता के एसओपी का सख्ती से पालन करने की सलाह देती है। एसओजी नागालैंड में स्कूलों के सुचारू संचालन में मदद करेंगे।
- SOP में COVID-19 घटना के जोखिम को कम करने के लिए सामान्य निवारक उपाय शामिल हैं। एसओपी का पालन सभी कर्मचारियों, शिक्षकों और छात्रों द्वारा सख्ती से किया जाना है।
- स्कूलों को बैठने की व्यवस्था इस तरह से करनी चाहिए कि इससे कुर्सियों, डेस्क आदि के बीच 6 फीट की भौतिक दूरी बनी रहे।
विश्वविद्यालयों में समय पर ही शुरू होगा नया शैक्षणिक सत्र, यूजीसी ने कालेजों को दिया निर्देश
विश्वविद्यालयों और कालेजों को कोरोना संकट से उबारने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) फिर से पूरी ताकत से जुट गया है। इस दौरान उसका फोकस नए शैक्षणिक सत्र को समय पर शुरू करने को लेकर है। फिलहाल इसे लेकर यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों व कालेजों से नए शैक्षणिक सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया समय पर शुरू करने को कहा है। साथ ही जनवरी से शुरू होने वाले आनलाइन और दूरस्थ कोर्सों के सत्र में थोड़ा बदलाव करते हुए उन्हें फरवरी-मार्च सत्र के रूप में तब्दील कर दिया है। इससे जुड़े सभी कोर्सों में प्रवेश प्रक्रिया 30 अप्रैल तक पूरी करने को कहा है। यूजीसी ने यह कदम हाल ही में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद लिया है। यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों से प्रवेश प्रक्रिया को समय पर निपटाने के लिए चर्चा शुरू की है। इसके तहत प्रवेश से जुड़ी पूरी प्रक्रिया को जुलाई से पहले समाप्त करने और इसी महीने से नए शैक्षणिक सत्र को शुरू करने की रणनीति बनाई गई है। यूजीसी से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, पिछले साल यानी वर्ष 2020-21 के शैक्षणिक सत्र में कोरोना संक्रमण के चलते देरी हुई थी। लेकिन इस बार अब तक ऐसी कोई दिक्कत नहीं है। ऐसे में नए सत्र को समय पर शुरू किया जा सकता है।
30 अप्रैल की तय समय-सीमा
वैसे भी इस साल 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं जून के पहले हफ्ते में ही खत्म हो रही हैं। ऐसे में रिजल्ट भी 15 जुलाई तक आ जाएगा। सीबीएसई इसका एलान भी कर चुकी है। ऐसे में नए सत्र को शुरू करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। साथ ही जरूरत पड़ने पर नए सत्र को महीने भर के लिए आगे बढाने का विकल्प रहेगा। यूजीसी ने फिलहाल शैक्षणिक सत्र को पटरी पर लाने के लिए काम भी शुरू कर दिया है। जनवरी से शुरू होने वाले आनलाइन और दूरस्थ शिक्षा से जुड़े कोर्सों के सत्र में ज्यादा देरी न करते हुए इन्हें 30 अप्रैल की तय समयसीमा में पूरा करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ऐसे सभी कोर्सों को संचालित करने वाले संस्थानों से 15 मई तक इसकी रिपोर्ट भी देने को कहा है।
जानिये किस राज्य में क्या हैं हालात
मध्य प्रदेश Madhya Pradesh
मप्र में 1 अप्रैल से स्कूल खुलेंगे। स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि एक अप्रैल से नया शिक्षण सत्र शुरू होता है, इसलिए विभाग ने भी निर्णय लिया है कि पहली से आठवीं तक के स्कूलों में कक्षाएं लगाई जाएंगी। अगर कोरोना संक्रमण बढ़ा तो तत्कालीन स्थिति के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों की सहमति जरूरी होगी। मप्र में भी स्कूल निरंतर खोलने को लेकर निजी स्कूल संचालक मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्कूल तो खोले जा रहे हैं, लेकिन अभिभावक और शिक्षकों को विशेष सावधानी बरतनी होगी। सरकारी स्कूलों में तो बच्चों की संख्या कम है, लेकिन जहां बच्चों की संख्या ज्यादा है, वहां दो पालियों में भी स्कूल खोले जा सकते हैं। सुरक्षित शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए सभी स्कूल खोले जाएं। लोक शिक्षण संचालनालय की आयुक्त जयश्री कियावत ने आदेश जारी कर दिया है कि 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं अब सुबह नौ से पांच बजे तक नियमित रूप से लगाई जाएंगी।
उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh
परिषदीय व उच्च परिषदीय विद्यालय पहली मार्च 2021 में खुले तो अब उत्सव की तैयारी की जा रही। 13 मार्च को स्कूलों में शिक्षा चौपाल लगाने के साथ अभिभावकों से भी संवाद स्थापित करने का कार्यक्रम तय किया गया है। इसके लिए विद्यालयों में शिक्षकों ने तैयारी शुरू कर दी है। स्थितियां ठीक हुईं तो सरकार ने पहले 10 फरवरी से उच्च परिषदीय विद्यालयों का संचालन शुरू किया और फिर एक मार्च से कक्षा एक से लेकर पांचवीं तक की कक्षाएं शुरू हो गईं। अब कोरोना महामारी के चलते जो बदलाव हुए हैं, उन पर हर स्कूल में पहले उत्सव मनाने की तैयारी है। 13 मार्च को प्रेरणा ज्ञानोत्सव संगोष्ठी नाम से होने वाले इस कार्यक्रम के तहत हर स्कूल में शिक्षा चौपाल लगेगी। शिक्षक, बच्चों व अभिभावकों से संवाद करेंगे। राज्य में कक्षा 6 से 8 पहले ही 10 फरवरी को फिर से खोल दिए गए थे। सरकार ने 18 जनवरी 2021 से 10 और 12 वीं कक्षा के लिए स्कूलों को फिर से खोल दिया था क्योंकि बोर्ड परीक्षा की चिंता थी। स्कूलों को फिर से खोलने से पहले कक्षाओं को साफ कर दिया जाएगा और हर शिफ्ट के बाद कक्षाएं जारी रहेंगी।
गुजरात Gujarat
गुजरात में 20 स्कूली छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद यहां स्कूलों, कॉलेजों को बंद कर दिया है। अधिकारियों ने रविवार को कहा कि गुजरात के सूरत में 20 छात्रों के कोरोना परीक्षण के बाद, नागरिक निकाय ने दो प्राथमिक स्कूलों और एक कॉलेज को बंद करने का फैसला किया है। राज्य में शिक्षण संस्थानों ने फरवरी 2021 में नियमित कक्षाओं के लिए फिर से स्कूल खोला लेकिन शहर में 118 छात्रों और शिक्षकों को कोरोना संक्रमित पाया गया है। सूरत नगर निगम (एसएमसी) ने बताया कि बर्फीवाला कॉलेज में 10 छात्रों और दो अलग-अलग प्राथमिक स्कूलों के 10 छात्रों को पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद ये स्कूल दो सप्ताह तक बंद रहेंगे। उपायुक्त (स्वास्थ्य) डॉ. आशीष नाइक ने कहा कि शहर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अब तक 118 छात्रों और शिक्षकों को संक्रमित पाया गया है। उन्होंने कहा, "हमने अब एक संस्था को बंद करने का फैसला किया है। अगर यह संस्थान पांच से अधिक मामलों की रिपोर्ट करता है, तो पहले के विपरीत जब हम अलग-अलग वर्गों को सील कर देंगे, जहां से पॉजिटिव मामलों का पता चला था। पिछले दिनों सूरत के स्कूलों में छात्रों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। यहां के 28 स्कूलों के 1600 अधिक बच्चों की जांच में 85 छात्र संक्रमित पाए गए। जिन स्कूलों में 5 से ज्यादा छात्र संक्रमित पाए गए हैं, उन्हें बंद करने का आदेश दिया गया है। सूरत में 20 बच्चों के कोरोना संक्रमित होने के बाद दो स्कूलों को बंद भी करना पड़ा।
पंजाब Punjab
राज्य भर में COVID-19 मामलों में तेजी को देखते हुए, पंजाब शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को सरकारी और निजी स्कूलों में सभी कक्षाओं के लिए "Preparatory Leaves" यानी आरंभिक अवकाश घोषित कर दिया। हालांकि, राज्य के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने घोषणा करते हुए कहा कि शिक्षक स्कूलों में मौजूद रहेंगे, यह कहते हुए कि छात्र स्कूलों में आकर कोई मार्गदर्शन ले सकते हैं। शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि परीक्षा ऑफ़लाइन मोड में आयोजित की जाएगी, यह कहते हुए कि राज्य सरकार जल्द ही मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) और इसके लिए दिशा-निर्देश जारी करेगी। पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड (PSEB) ने पहले परीक्षा कार्यक्रम जारी किया था, कहा कि कक्षा 5 के लिए परीक्षाएं 16 मार्च से शुरू होंगी, कक्षा 8 और 12 के लिए 22 मार्च से और मैट्रिक की परीक्षाएं 9 अप्रैल से शुरू होंगी। तारीखों के अनुसार, कक्षा 6, 7, 9 और 11 की परीक्षाएं 15 मार्च से शुरू होंगी और कक्षा 1 से 4 के लिए परीक्षाएं 17 मार्च से शुरू होंगी। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण पंजाब सरकार ने भी 12 मार्च से आठ जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया और सभी सरकारी और निजी स्कूलों में तैयारी के लिए छुट्टियों की घोषणा कर दी। पंजाब के शिक्षामंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्कूल बच्चों के लिए बंद किए जा रहे हैं, मगर शिक्षक स्कूल में मौजूद रहेंगे। जो छात्र परीक्षा की तैयारी के लिए शिक्षकों से जरूरी मदद चाहते हैं, वे स्कूल आ सकते हैं।
महाराष्ट्र Maharashtra
महाराष्ट्र के पुणे जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए प्रशासन ने 31 मार्च तक स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का निर्देश दिया है। पुणे मंडल के पुलिस आयुक्त सौरभ राव ने कहा है कि प्रतिबंधों के अनुसार स्कूल और कॉलेज 31 मार्च तक बंद रहेंगे। प्रशासन का कहना है कि कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा की तैयारी किसी तरह प्रभावित न हो इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
कर्नाटक Karnataka
राज्य में अभी कोरोना संकट पूरी तरह से टला नहीं है। इसके चलते प्राथमिक छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाओं को फिर से खोलने की निजी स्कूलों की शिकायतों के बाद, प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार ने सभी सार्वजनिक निर्देशकों को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा, "किसी के पास सरकार के आदेश को दरकिनार करने की स्वतंत्रता नहीं है, जो छात्रों की भलाई के लिए बहुत सोचा गया था।" मंत्री ने कहा, स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी भी कक्षा 1 से 5 तक के लिए स्कूल को फिर से शुरू करने की अनुमति नहीं है, उन्होंने कार्रवाई करने में शिक्षा मंत्री के हस्तक्षेप की मांग की। सुधाकर ने एक ट्वीट में कहा, "हमें शिकायत मिली है कि निजी स्कूलों ने सरकार की अनुमति के बिना कक्षा 1 से 6 के लिए स्कूल फिर से खोल दिए हैं।" इस बीच, कर्नाटक उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें कम प्राथमिक छात्रों को स्कूल जाने की अनुमति नहीं देने पर सरकार की प्रतिक्रिया को चुनौती दी गई है, जबकि उच्च श्रेणी के छात्र हैं। इस बीच, अतिरिक्त सरकारी वकील ने कक्षा 1 से 5 तक के स्कूलों को फिर से खोलने के संबंध में विशेषज्ञ की राय का इंतजार किया। मामले की अगली सुनवाई 16 मार्च को है।
नगालैंड Nagaland
नागालैंड की सरकार ने पिछले महीने राज्य में कोविड -19 की स्थिति में सुधार के बाद प्राथमिक कक्षाओं यानी कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है। यहां फिर से खुलने वाले स्कूलों के लिए एसओपी जारी होगी। मुख्यमंत्री नीफियू रियो की अध्यक्षता में कोविद -19 पर उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने गुरुवार को आयोजित अपनी बैठक के दौरान, कक्षा 1 से 5 के छात्रों के लिए प्राथमिक विद्यालयों को फिर से खोलने की अनुमति दी। अगले 10 दिनों के भीतर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के परामर्श से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एक विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के साथ अधिसूचना जारी की जाएगी। कई अभिभावक और शिक्षक वार्षिक अंतिम परीक्षा के आयोजन के कारण स्कूलों को फिर से खोलने पर जोर दे रहे थे। छात्रों ने कहा कि वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी के लिए शारीरिक कक्षाएं आवश्यक हैं और इस प्रकार, सरकार ने पहले उच्च कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया।
बिहार Bihar
राज्य में मार्च से कक्षा 1 से 5 तक के स्कूल फिर से खुल चुके हैं। यहां कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए ऑफ़लाइन कक्षाएं बिहार में पहले से ही 4 जनवरी से शुरू हो चुकी थीं। कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के लिए ऑफ़लाइन कक्षाएं 8 फरवरी से फिर से शुरू की गईं। बिहार में, स्कूलों को प्रत्येक बैच के लिए ऑफलाइन कक्षाएं आयोजित करने की अनुमति दी गई है।
हरियाणा Haryana
यहां कक्षा 1 और 2 के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं चल रही हैं। छात्रों को अपने वार्डों को स्कूलों में वापस भेजने के लिए एक सहमति फॉर्म जमा करना होगा। स्कूल का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक होगा। हरियाणा सरकार ने पिछले साल 14 दिसंबर से 10 वीं और 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल फिर से खोल दिए। कक्षा 9 और 11 के छात्रों के लिए, स्कूलों को 21 दिसंबर से फिर से खोल दिया गया था। कक्षा 3 से 5 के छात्रों के लिए स्कूल 24 फरवरी को फिर से खोल दिए गए थे।
उत्तराखंड Uttarakhand
राज्य में अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का पंजीकरण मंगलवार से शुरू हो रहा है। प्रदेश में हर ब्लाक में चिह्नित किए गए अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को सीबीएसई से मान्यता जल्द मिल सकेगी। सीबीएसई मंगलवार से मान्यता पंजीकरण के लिए अपना पोर्टल खोलने जा रहा है। संबंधित कालेजों के प्रधानाचार्यों को मान्यता के लिए पंजीकरण कराने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश सरकार हर ब्लाक में दो अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का चयन कर चुकी है। इन चिह्नित विद्यालयों को सीबीएसई से मान्यता दिलाई जानी है। सीबीएसई मान्यता आवेदन के लिए अपनी वेबसाइट खोलने को राजी हो चुकी है। सरकार उक्त सभी विद्यालयों को इसी माह मान्यता दिलाना चाहती है। आगामी एक अप्रैल से सीबीएसई के स्कूलों के साथ ही इन विद्यालयों को संचालित करने की योजना सरकार की है। इस कार्य के लिए जिला और राज्य स्तर पर नोडल अधिकारी नामित किए जा चुके हैं। समग्र शिक्षा अभियान के अपर राज्य परियोजना निदेशक डा मुकुल कुमार सती ने सीबीएसई की सहायक सचिव सीमा खाख से दूरभाष पर वार्ता की। उन्होंने बताया कि सीबीएसई मान्यता के लिए पंजीकरण को मंगलवार को पोर्टल खोलने पर सहमत हो गई है।
पुडुचेरी Puducherry
कोविड-19 महामारी के चलते लगातार दूसरे वर्ष पुदुचेरी सरकार ने सभी स्कूलों में कक्षा 1 से 9 तक के छात्र-छात्राओं को उत्तीर्ण घोषित कर दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक पुदुचेरी सरकार के स्कूली शिक्षा निदेशालय ने कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को देखते हुए संघ शासित क्षेत्र में स्थित सभी विद्यालयों को बिना परीक्षा दिये ‘ऑल पास’ घोषित करते हुए अगली कक्षा कक्षा में प्रमोट करने के निर्देश दिये हैं। ये सभी स्कूल को 31 मार्च तक खुले रहेंगे और इसके बार समर वेकेशन 1 अप्रैल 2021 से शुरू होगा। बता दें कि पिछले वर्ष भी महामारी के चलते ही पुदुचेरी स्कूल शिक्षा निदेशालय द्वारा कक्षा 1 से 9 के सभी स्टूडेंट्स को ‘ऑल पास’ घोषित किया गया था। ये सभी स्कूल को 31 मार्च तक खुले रहेंगे और इसके बार समर वेकेशन 1 अप्रैल 2021 से शुरू होगा। बता दें कि पिछले वर्ष भी महामारी के चलते ही पुदुचेरी स्कूल शिक्षा निदेशालय द्वारा कक्षा 1 से 9 के सभी स्टूडेंट्स को ‘ऑल पास’ घोषित किया गया था। स्कूली शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों में कक्षा 10, कक्षा 11 और कक्षा 12 के सभी छात्र-छात्राओं के लिए क्लासेस के आयोजन जारी रखने के निर्देश दिये हैं। इन स्कूलों में उनके सम्बन्धित बोर्ड के कार्यक्रम के अनुसार क्लासेस का आयोजन होता रहेगा। पुदुचेरी सरकार ने इसके साथ ही महामारी के मद्देनजर पुदुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में स्थित तमिल नाडु बोर्ड से सम्बद्ध स्कूलों में 10वीं और 11वीं के स्टूडेंट्स को भी ‘ऑल पास’ घोषित कर दिया है। इन सभी स्टूडेंट्स के लिए तमिलनाडु बोर्ड द्वारा इस सम्बन्ध में जारी किये जाने वाले दिशा-निर्देश लागू होंगे।