नवंबर में इस डेट को बंद होंगे बद्रीनाथ व केदारनाथ के कपाट? उससे पहले कर लें दर्शन
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा नवंबर से विराम लेगी। 25 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे। केदारनाथ 23 अक्टूबर, मध्यमेश्वर 18 नवंबर, तुंगनाथ 6 नवंबर और यमुनोत्री 23 अक्टूबर को बंद होंगे। कपाट बंद होने के साथ ही देव विग्रह शीतकालीन प्रवास स्थलों की ओर प्रस्थान करेंगे।
Publish Date: Fri, 03 Oct 2025 11:39:38 AM (IST)
Updated Date: Fri, 03 Oct 2025 11:52:37 AM (IST)
बदरीनाथ धाम के 21 नवंबर से पंच पूजा शुरू होगी। (फाइल फोटो)HighLights
- 25 नवंबर दोपहर बदरीनाथ धाम के कपाट होंगे बंद।
- केदारनाथ धाम कपाट 23 अक्टूबर भैयादूज पर्व पर बंद।
- मध्यमेश्वर धाम के कपाट 18 नवंबर सुबह बंद होंगे।
एजेंसी, नई दिल्ली। उत्तराखंड हिमालय की पवित्र चारधाम यात्रा इस बार 25 नवंबर 2025 को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ विराम लेगी। इस दिन दोपहर 2:56 बजे भगवान बदरी विशाल के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। इससे पहले विजयादशमी के अवसर पर पंचांग गणना कर कपाट बंद करने की तिथि और संबंधित धार्मिक अनुष्ठानों की घोषणा की गई।
बदरीनाथ धाम में धार्मिक कार्यक्रम और पंच पूजा
- धाम में आयोजित समारोह में पंच पूजा और भगवान बदरी विशाल के विग्रहों को शीतकालीन गद्दीस्थल पांडुकेश्वर और ज्योतिर्मठ ले जाने की तिथियां तय की गईं।
- कार्यक्रम के अनुसार 21 नवंबर को गणेश मंदिर, 22 को आदि केदारेश्वर व शंकराचार्य मंदिर, 23 को खडग पुस्तक वाचन और 24 नवंबर को माता लक्ष्मी को विशेष भोग अर्पित किए जाएंगे।
- 25 नवंबर को गर्भगृह में माता लक्ष्मी की प्रतिष्ठा के बाद कपाट बंद होंगे। 26 नवंबर को भगवान उद्धवजी, कुबेरजी और गरुड़जी की डोली ज्योतिर्मठ के लिए प्रस्थान करेगी।
केदारनाथ और अन्य धामों के कपाट बंद होने की तिथियां
- परंपरा के अनुसार केदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज पर 23 अक्टूबर को सुबह 8:30 बजे बंद होंगे। इसके साथ बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ के लिए प्रस्थान करेगी। 24 अक्टूबर को डोली गुप्तकाशी और 25 अक्टूबर को ऊखीमठ पहुंचेगी।
द्वितीय केदार मध्यमेश्वर धाम के कपाट 18 नवंबर को बंद होंगे। इसके बाद बाबा मध्यमेश्वर की डोली गौंडार, राकेश्वर मंदिर और गिरिया होते हुए 21 नवंबर को ऊखीमठ पहुंचेगी, जहां परंपरागत मध्यमेश्वर मेला भी आयोजित होगा। तृतीय केदार तुंगनाथ और यमुनोत्री धाम
- मक्कूमठ स्थित मर्कटेश्वर मंदिर में तय हुआ कि 6 नवंबर को तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के कपाट पूर्वाह्न 11:30 बजे बंद होंगे। इसके बाद बाबा की उत्सव डोली चोपता और भनकुन पड़ाव से होते हुए 8 नवंबर को मक्कूमठ स्थित शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचेगी।
- परंपरा अनुसार यमुनोत्री धाम के कपाट 23 अक्टूबर को भैयादूज के दिन 12:30 बजे बंद होंगे। इसके बाद देवी यमुना की डोली शीतकालीन प्रवास के लिए खरसाली स्थित मंदिर पहुंचेगी।
अब तक लाखों श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
- चारधाम यात्रा के दूसरे चरण में अभी लगभग दो माह का समय शेष है। इस दौरान आपदाओं के बावजूद अब तक 14,20,357 तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम और 16,02,420 श्रद्धालु केदारनाथ धाम में दर्शन कर चुके हैं। कपाट बंद होने तक यात्रा में और वृद्धि होने की संभावना है।
इस तरह नवंबर के अंत तक चारों धामों के कपाट विधि-विधान से बंद कर दिए जाएंगे और देव विग्रह शीतकालीन प्रवास स्थलों की ओर प्रस्थान करेंगे।