बंगाल में दुर्गा पूजा में होगा बदलाव, कोरोना के चलते इस बार खुले पंडाल में होगा आयोजन
नाम प्रकाशित नहीं करने की इच्छा जाहिर करते हुए एक आयोजक ने कहा, दुर्गापूजा बंगाल का सबसे बड़ा उत्सव है।
By Navodit Saktawat
Edited By: Navodit Saktawat
Publish Date: Mon, 12 Jul 2021 05:45:12 PM (IST)
Updated Date: Mon, 12 Jul 2021 05:51:50 PM (IST)

विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता : दुर्गापूजा बंगाल का सबसे बड़ा उत्सव है। राज्य के लोग पूजा के दिनों में खूब आनंद करते हैं लेकिन खुशी में डूबकर लापरवाही दिखाना ठीक नहीं। आयोजकों के साथ-साथ दर्शनार्थियों को भी बेहद जिम्मेदार होना पड़ेगा। दुर्गापूजा आयोजकों का अनुमान है कि इस बार भी प्रशासन अथवा अदालत की तरफ से संभवतः पंडाल के अंदर प्रवेश करने की अनुमति न दी जाए, इसलिए वे खुले पंडाल का निर्माण कर रहे हैं। कोरोना महामारी को देखते हुए कोलकाता के दुर्गापूजा आयोजक इस बार खुले पंडाल का निर्माण कर रहे हैं ताकि लोग दूर से ही देवी दुर्गा के दर्शन कर सकें। यूथ एसोसिएशन, मोहम्मद अली पार्क के संयुक्त सचिव अशोक ओझा ने बताया, दुर्गापूजा के आसपास ही देश में कोरोना की तीसरी लहर की भी आशंका जताई जा रही है इसलिए पूजा के आयोजन के साथ सतर्क रहना भी बहुत जरूरी है। हम खुला पंडाल तैयार करने पर विचार कर रहे हैं।
पिछले साल कोरोना के कारण कलकत्ता हाई कोर्ट ने पूजा पंडालों के अंदर दर्शनार्थियों के प्रवेश करने पर रोक लगा दी थी, जिसकी वजह से दुर्गापूजा का आयोजन होने पर भी लोग देवी दुर्गा के दर्शन नहीं कर पाए थे। दुर्गापूजा आयोजकों में शुमार संतोषपुर लेक पल्ली के महासचिव सोमनाथ दास ने बताया, कोरोना काल में पंडाल के अंदर लोगों का जमावड़ा जोखिम भरा हो सकता है इसलिए हम ऐसे थीम पर काम कर रहे हैं, जिसके तहत खुले पंडाल का निर्माण किया जाएगा और लोग 10 मीटर की दूरी से देवी दुर्गा के दर्शन कर पाएंगे।