नई दिल्ली। दुनियाभर में 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। तंबाकू और धूम्रपान के दुष्परिणामों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तंबाकू निषेध दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। एक तरफ जहां तंबाकू और तंबाकू से बने प्रोडक्ट ने कई लोगों को मौत के मुह में ढकेल दिया वहीं दूसरी तरफ उसका व्यापार करने वाले लोग करोड़ों के मालिक बन बैठे।
जी हां, आपने सही सुना। मानिकचंद गुटखा को आज उनकी तीसरी पीढ़ी चला रही है। इसके संस्थापक मानिकचंद धारीवाल ने अपने बिजनेस की शुरूआत बीड़ी बनाने की फैक्ट्री से की। बाद में इस फैक्ट्री को उनके बेटे रसिकलाल धारीवाल ने आगे बढ़ाया।
फोटो- यूट्यूब
पिते के देहांत के समय रसिकलाल धारीवाल की उम्र बहुत कम थी। लेकिन, उन्होंने पिता के बिजनेस को लगातार आगे बढ़ाया। शुरुआत में तो उन्होंने बीड़ी के साथ कई प्रोडक्ट का बिजनेस किया। जिसमें उन्हें पर्याप्त सफलता भी मिली।
बाद में रसिकलाल ने माउथ फ्रेशनर्स के साथ गुटखा के कारोबार में भी कदम रखा। संयोग से इस गुटखे का नाम लोगों की जुबां पर छाने लगा। वर्तमान में गुटखा मार्केट में इसका बड़ा नाम है।
फोटो- यूट्यूब
बेटी की शादी में गिफ्ट की थी करोड़ों की कार-
रसिकलाल ने वर्ष 2004 में अपनी बेटी की शादी में करोड़ो की कार गिफ्ट दी थी। जिसकी काफी चर्चा हुई थी।
वर्तमान में कई क्षेत्रों में काम कर रही है इनकी कंपनी-
मानिकचंद ग्रुप सिर्फ गुटखा ही नहीं बनाता बल्कि यह पैकेजिंग, रोलर फ्लोर मिल, कंस्ट्रक्शन, विंड एनर्जी सॉल्यूशन्स, पैकेज ड्रिंकिंग वॉटर और कमर्शियल प्रिंटिंग के बिजनेस भी करता है।
फोटो- यूट्यूब
कैंसर से हुई मौत-
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुटखा कारोबारी रसिकलाल धारीवाल का निधन सलाइवरी ग्लैंड के कैंसर के कारण अक्टूबर 2017 में कैंसर से हुआ था।