डिजिटल डेस्क, इंदौर। उपराष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ने सुप्रीम कोर्ट से रिटायर्ड जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने गुरुवार को नामांकन दाखिल कर दिया। कांग्रेस की राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित विपक्ष के सभी प्रमुख नेता मौजूद रहे।
उनका सीधा मुकाबला एनडीए प्रत्याशी सी.पी. राधाकृष्णन से होगा। खास बात यह है कि दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं।
नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त तय की गई है। 25 अगस्त तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होगा। परिणाम भी उसी दिन घोषित किए जाएंगे। यह चुनाव जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद हो रहा है।
#WATCH | INDIA alliance Vice-Presidential nominee, former Supreme Court Judge B Sudershan Reddy files his nomination in the presence of Congress president-Rajya Sabha LoP Mallikarjun Kharge, Congress Parliamentary Party Chairperson Sonia Gandhi and Lok Sabha LoP Rahul Gandhi.… pic.twitter.com/CbvvmIhg9L
— ANI (@ANI) August 21, 2025
बी सुदर्शन रेड्डी ने कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया।
राकांपा-एससीपी प्रमुख शरद पवार, सपा सांसद राम गोपाल यादव, द्रमुक सांसद तिरुचि शिवा, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत और गठबंधन के कई अन्य नेता भी नामांकन के समय मौजूद रहे।
#WATCH | INDIA alliance Vice-Presidential nominee, former Supreme Court Judge B Sudershan Reddy says, "Numbers matter continues...Of course, I am hopeful. Since I don't belong to any political party, I believe everyone would support me...I have made it very clear yesterday. It is… pic.twitter.com/iqOxQckny2
— ANI (@ANI) August 21, 2025
नामांकन से पहले भारतीय गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार व सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि संख्याएं मायने रखती हैं। बेशक, मुझे उम्मीद है मैं जीतूंगा। मैं किसी राजनीतिक दल से नहीं हूं, इसलिए मुझे विश्वास है कि सभी मेरा समर्थन करेंगे। मैंने कल यह बात बिल्कुल स्पष्ट कर दी थी कि यह विचारधारा की लड़ाई है।