डिजिटल डेस्क, दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। NDA ने अपने उपराष्ट्रपति उम्मीदवार का एलान कर दिया है। एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन NDA के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर एलान किया है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उपराष्टपति पद के उम्मीदवार का नाम फाइनल करने के लिए बीजेपी के संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई थी।
पीएम मोदी की अगुवाई में इस बैठक के दौरान यह नाम फाइनल किया गया है। जानकारी हो कि सीपी राधाकृष्णन फिलहाल महाराष्ट्र के राज्यपाल है। इससे पहले वह झारखंड के राज्यपाल थे। मूल रुप के तमिलनाडु के रहने वाले सीपी राधाकृष्णन को संसदीय दल की बैठक के बाद सर्वसम्मति के एनडीए का उम्मीदवार चुना गया है।
दिल्ली में भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक हुई, जिसके बाद उनके नाम की घोषणा की गई है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, सर्बानंद सोनोवाल और अन्य नेता बैठक में मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने CP राधाकृष्णन को बधाई दी है। उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने अपनी लगन, मेहनत और बुद्धिमता से अलग पहचान बनाई है। उन्होंने विभिन्न पदों पर रहते हुए सामाजिक काम किए हैं। इसके अलावा वंचितों के सशक्तिकरण को लेकर भी कई कार्य किए हैं।
In his long years in public life, Thiru CP Radhakrishnan Ji has distinguished himself with his dedication, humility and intellect. During the various positions he has held, he has always focused on community service and empowering the marginalised. He has done extensive work at… pic.twitter.com/WrbKl4LB9S
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2025
सीपी राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पर में हुआ था। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। बचपन से ही वे RSS से जुड़े थे और 1974 में जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने।
साल 1996 में वे भाजा तमिलनाडु के सचिव बने और 1998 में पहली बार कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए। 1999 में उन्हें दोबारा जीत मिली। सांसद रहते हुए उन्होंने कपड़ा उद्योग संबंधी संसदीय समिति की अध्यक्षता की और महत्वपूर्ण समितियों के सदस्य भी रहे।
18 फरवरी 2023 को उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। यहां उन्होंने सिर्फ चार महीने में सभी 24 जिलों का दौरा कर लोगों और अधिकारियों से मुलाकात की। 31 जुलाई 2024 को वे महाराष्ट्र के राज्यपाल बने।
2004 में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया और पहली संसदीय टीम के साथ ताइवान का दौरा किया। उन्होंने अमेरिका, यूरोप और एशिया के कई देशों की यात्राएं भी की।