एजेंसी, नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर 2025 को होना है। इससे पहले विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. ने अपने सांसदों को मतदान प्रक्रिया से अवगत कराने के लिए विशेष योजना बनाई है। सोमवार को संसद भवन में ‘मॉक पोल’ का आयोजन किया जाएगा। यह अभ्यास सत्र संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में दोपहर 2.30 बजे होगा। इसका उद्देश्य यह है कि मतदान के दिन विपक्षी सांसद किसी भी प्रकार की तकनीकी गलती न करें।
उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। मंगलवार को मतदान होगा और उसी दिन शाम तक परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। इस चुनाव के बाद देश को नया उपराष्ट्रपति मिलेगा। वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को अचानक इस्तीफा दे दिया था, जिसके कारण केवल 50 दिनों बाद ही नए उपराष्ट्रपति का चुनाव कराया जा रहा है।
पिछले दो दशकों में उपराष्ट्रपति चुनाव का इतिहास दिलचस्प रहा है। वर्ष 2002 में भैरों सिंह शेखावत ने 149 वोटों से जीत दर्ज की थी, जबकि 2022 में जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की मार्गरेट अल्वा को 346 वोटों के अंतर से पराजित किया था। आंकड़े बताते हैं कि इस बार भी मुकाबला रोचक हो सकता है, हालांकि NDA को स्पष्ट बढ़त हासिल है।
इस बार एनडीए की ओर से महाराष्ट्र के राज्यपाल और भाजपा के वरिष्ठ नेता सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, विपक्षी गठबंधन ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी को प्रत्याशी बनाया है। रेड्डी कई ऐतिहासिक फैसलों में शामिल रहे हैं। उन्होंने सलवा जुडूम को असंवैधानिक घोषित किया था और काले धन की जांच के लिए SIT गठित करने का आदेश दिया था।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार शाम को विपक्षी सांसदों के लिए डिनर का आयोजन किया था। लेकिन देश में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए यह कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। हालांकि, मॉक पोल का आयोजन तय समय पर होगा।
राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी इस चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर हैं। उनके अनुसार, 9 सितंबर को मतदान संसद भवन के कक्ष F-101, वसुंधा में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। इसके बाद शाम 6 बजे वोटों की गिनती शुरू होगी और नतीजे तुरंत घोषित कर दिए जाएंगे।
उपराष्ट्रपति चुनाव में संसद के दोनों सदनों के सदस्य मतदान करते हैं, जिनमें राज्यसभा के नामित सदस्य भी शामिल होते हैं। इस बार कुल 781 सदस्य वोट डालेंगे, जबकि सदस्यों की अधिकतम संख्या 788 होनी चाहिए थी।
पिछले चुनाव में, 2022 में, एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को 528 वोट मिले थे, जबकि विपक्ष की मार्गरेट अल्वा को केवल 182 वोट प्राप्त हुए थे। 56 सांसदों ने उस समय मतदान नहीं किया था। इस बार विपक्ष की संख्या कुछ बढ़ी है, इसलिए मुकाबला पिछले चुनाव से अधिक दिलचस्प माना जा रहा है।