Wage Code: बेसिक वेतन में शामिल हो सकते हैं कुछ भत्ते, टेक होम सैलरी पर होगा यह असर
Wage Code: टेक होम सैलरी कम हो सकती है, लेकिन अलाउंसेस के शामिल होने से पीएफ में योगदान बढ़ जाएगा।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Tue, 26 Nov 2019 09:58:52 AM (IST)
Updated Date: Tue, 26 Nov 2019 10:21:03 AM (IST)

नई दिल्ली। जल्द ही बेसिक वेतन में कुछ अलाउंसेस यानी भत्तों को भी शामिल किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, इस पर उद्योग जगत इस शर्त के साथ तैयार हुआ है कि सरकार भत्तों की स्पष्ट श्रेणी तय करेगी। त्रिपक्षीय बैठक में कर्मचारियों के बेसिक सैलरी के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है। सरकार ने ड्राफ्ट वेज कोड में बेसिक सैलरी से एचआरए को बाहर रखने का और दूसरे भत्तों का एक हिस्सा बेसिक सैलरी में जोड़ने का प्रस्ताव दिया है। जानकारी के मुताबिक इसे न्यूनतम मजदूरी नियम के साथ ही जारी किया जाएगा।
बेसिक सैलरी में भत्ते जोड़ने से टेक होम सैलरी कम हो सकती है, लेकिन अलाउंसेस के शामिल होने से पीएफ में योगदान बढ़ जाएगा। सूत्रों के मुताबिक एचआरए को बेसिक से बाहर रखने का प्रस्ताव है। बाकी भत्तों का 50 प्रतिशत बेसिक में शामिल किया जाएगा। पीएलआई यानी 'परफॉर्मेंस लिंक्ड इंसेंटिव' को भत्ता नहीं माना जाएगा। बेसिक सैलरी मिनिमम वेज से कम नहीं हो सकती। मिनिमम वेज यानी न्यूनतम मजदूरी के नियम बनाने के तैयारी शुरू हो गई है। यदि भत्तों का प्रस्ताव इसमें शामिल कर लिया गया तो कर्मचारियों के खाते में वेतन के रूप में कुछ रकम क्रेडिट होगी।
बहरहाल, सरकार की ओर से अभी इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन कहा जा रहा है कि इसके प्रावधानों को लेकर सरकार विभिन्न संगठनों से राय जरूर ले रही है। इस नए बिल को पुराने चार कानूनों Payment of Wages Act, 1936; Minimum Wages Act, 1948; Payment of Bonus Act, 1965; और Equal Remuneration Act, 1976 के स्थान पर लााया जा रहा है।