
डिजिटल डेस्क। उत्तर भारत इन दिनों कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और बढ़ते प्रदूषण की दोहरी मार झेल रहा है। नए साल की पूर्व संध्या पर मौसम ने जहां आम जनजीवन की रफ्तार धीमी कर दी है, वहीं पर्वतीय राज्यों में ताजा बर्फबारी ने सैलानियों के चेहरे पर रौनक भी ला दी है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हालात को देखते हुए कई राज्यों में अलर्ट जारी किया है और लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है।
IMD के अनुसार पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 31 दिसंबर तक घना से बहुत घना कोहरा छाया रहेगा, जो 1 जनवरी तक जारी रह सकता है। ठंडी हवाओं के कारण गलन बढ़ गई है, जिससे सुबह और रात के समय ठिठुरन महसूस की जा रही है। दृश्यता कई इलाकों में बेहद कम हो गई है।
पंजाब के बठिंडा, गुरदासपुर सहित कई जिलों में न्यूनतम तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। कोल्ड वेव जैसी स्थिति बनने से लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं। हरियाणा के कुछ हिस्सों में भी ठंड का असर तेज है।
राजधानी दिल्ली में घने कोहरे और स्मॉग के कारण विजिबिलिटी कई जगहों पर 50 मीटर से भी कम रह गई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ‘वेरी पूअर’ से ‘सीवियर’ श्रेणी में पहुंच गया है, कुछ इलाकों में यह 400 के पार दर्ज किया गया। इसका असर हवाई और रेल यातायात पर भी पड़ा है, कई उड़ानें और ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
हिमाचल प्रदेश के मनाली, शिमला और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी से पहाड़ों ने सफेद चादर ओढ़ ली है। हालांकि इससे कुछ मार्गों पर यातायात प्रभावित हो रहा है। उत्तराखंड में भी ठंड और कोहरे का असर बना हुआ है।
मौसम विशेषज्ञों ने चेताया है कि कोहरा और प्रदूषण बच्चों, बुजुर्गों और सांस के रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है। नए साल के जश्न पर निकलने वालों को सावधानी बरतने, मास्क पहनने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।