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डिजिटल डेस्क: दक्षिण भारत में अगले कुछ दिनों के दौरान मौसम का मिजाज बदलने वाला है, क्योंकि मौसम विभाग (IMD) ने तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह सहित कई राज्यों में झमाझम बारिश और चक्रवात (Weather Update) की आशंका जताई है।

IMD के अनुसार, दक्षिणी अंडमान सागर और मलक्का स्ट्रेट के पास एक निम्न दबाव क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है, जो डिप्रेशन में बदलकर 24 नवंबर तक बंगाल की खाड़ी में और मजबूत हो सकता है। इसके पश्चिम की ओर बढ़ने पर इसके चक्रवाती तूफान का रूप लेने की भी संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग ने एक्स पर जारी चेतावनी में बताया कि 22 नवंबर को दक्षिणी अंडमान सागर में निम्न दबाव क्षेत्र बन चुका है, जो अगले 48 घंटों में और अधिक सक्रिय होगा। IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, 22 से 25 नवंबर के बीच तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इन राज्यों में आज और कल तेज वर्षा के साथ आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाएँ भी बढ़ सकती हैं।
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अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 27 नवंबर तक लगातार बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है, जबकि 24 और 25 नवंबर को यहां भारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की चेतावनी दी गई है। तमिलनाडु में 25 नवंबर तक भारी बारिश का दौर चलने की संभावना है। वहीं, केरल और माहे में 26 नवंबर तक अधिकांश इलाकों में मूसलाधार वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। लक्षद्वीप में 23 नवंबर को रायलसीमा समेत आसपास के इलाकों में तेज बारिश का अनुमान है।
IMD Weather Warning
A Low Pressure area has formed over Strait of Malacca & adjoining South Andaman Sea on 22nd November. It is likely to intensify into depression over southeast Bay of Bengal around 24th November 2025.
Stay tuned with us for more weather updates!#IISF2025… pic.twitter.com/i2rWvqwqmO
— India Meteorological Department (@Indiametdept) November 22, 2025
IMD के मुताबिक, अंडमान और निकोबार द्वीप में हवाओं की रफ्तार 40–50 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जबकि केरल, माहे और लक्षद्वीप में 26 नवंबर तक तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। संभावित चक्रवात को देखते हुए सभी प्रभावित राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। मछुआरों और पर्यटकों को समुद्र तटों से दूर रहने और किसी भी प्रकार की समुद्री गतिविधियों से परहेज़ करने की सलाह दी गई है।
इस चक्रवाती गतिविधि का असर उत्तर भारत के मौसम पर भी दिखाई दे रहा है। बंगाल की खाड़ी में बने अवदाब और पूर्वी हवाओं के चलते तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे शीतलहर से जूझ रहे कई शहरों को राहत मिली है। शनिवार को मध्य-प्रदेश में सबसे कम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस राजगढ़ में जबकि सबसे अधिक 30.8 डिग्री सेल्सियस नर्मदापुरम और मंडला में दर्ज किया गया।
छत्तीसगढ़ में भी पिछले दिनों चली शीतलहर का असर अब कम होता दिख रहा है। बिलासपुर में इस सप्ताह मौसम में उतार-चढ़ाव बने रहने के आसार हैं। सप्ताह की शुरुआत में तापमान में मामूली बढ़ोतरी और अंत में फिर गिरावट देखने को मिलेगी। हालांकि, न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट जारी रहने की संभावना बनी हुई है।