डिजिटल डेस्क। अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही मौसम ने अचानक करवट ले ली है। जहां सितंबर में पहाड़ी राज्यों में बारिश और बाढ़ की खबरें सुर्खियों में रहीं, वहीं अब पहाड़ों की चोटियां बर्फ से ढकने लगी हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि इस बार सर्दियां समय से पहले दस्तक दे रही हैं।
उत्तर भारत के साथ-साथ देश के कई हिस्सों में सुबह-शाम की ठंड महसूस होने लगी है। इसके साथ ही हवा में ठंडक और प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है। इसी कड़ी में आइए जानते हैं, आखिर सर्दियां इस बार इतनी जल्दी क्यों आ रही हैं, देशभर में मौसम का क्या हाल है, और बदलते मौसम में आप खुद को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।
मानसून के विदा होते ही पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया, जिसके असर से जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई। यही कारण है कि अक्टूबर के शुरुआती हफ्ते में ही सर्द हवाओं ने दस्तक दे दी, जिसका असर पूरे देश में खासतौर से उत्तरी राज्यों में दिख रहा है।
जहां, उत्तर भारत में सुबह और शाम में हल्की सिहरन के साथ दिन के तापमान में गिरावट देखी जा रही है। वहीं, दक्षिणी राज्यों के कई हिस्सों में अभी भी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बूंदाबांदी जारी रह सकती है।
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में हल्की बारिश और स्नोफॉल का क्रम बना हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 18 अक्टूबर तक इन इलाकों में मौसम शुष्क रह सकता है। राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को इस सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान (20 डिग्री) दर्ज किया गया।
सुबह की हल्की ठंड अब धीरे-धीरे ठिठुरन में बदलने लगी है। उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में बे-मौसम बारिश से किसानों की पकी फसलों को नुकसान पहुंचा है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अभी भी बारिश का क्रम जारी है। मौसम अगर यूं ही बना रहा तो इन संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता कि इस बार दीपावली पर भी बारिश हो सकती है।
मध्य प्रदेश में मौसम तेजी से बदल रहा है। इंदौर में फिलहाल आसमान साफ है, लेकिन भोपाल, सतना, जबलपुर और ग्वालियर में बादल छाए रह सकते हैं।
तीन-चार दिनों में पूरे प्रदेश से मानसून के पूरी तरह लौटने की उम्मीद है। कई शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री से नीचे चला गया है, जिससे हवा में हल्की ठंडक घुल गई है।
छत्तीसगढ़ में मानसून की विदाई से पहले एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। रायपुर सहित कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि कुछ इलाकों में अगले दो दिनों तक गरज-चमक के साथ बारिश और वज्रपात हो सकता है। रायपुर में अधिकतम तापमान 32 और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है।
मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात, महाराष्ट्र, , झारखंड, ओडिशा, सिक्किम और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में अभी भी मानसून सक्रिय है। हालांकि अगले 3-4 दिनों में इसके विदा होने की संभावना है। वहीं, कर्नाटक, पुडुचेरी और तमिलनाडु के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
सर्दियों के साथ ही वातावरण में प्रदूषण तेजी के साथ बढ़ रहा है। ऐसे में दिल्ली, रायपुर, भोपाल, हाजीपुर और लखनऊ जैसे शहरों में एक्यूआई का स्तर हाल ही में बढ़ता हुआ दर्ज किया गया है।
मौसम के बदलते मिजाज के साथ प्रदूषण भी तेजी से बढ़ रहा है। हवा में नमी और धूलकणों के कारण सांस से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सर्दी की शुरुआत में जुकाम, खांसी, वायरल फीवर, एलर्जी और अस्थमा के मामले बढ़ने लगते हैं।
सुबह-शाम गर्म कपड़ों का प्रयोग करें - हल्की ठंड को इग्नोर न करें, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए।
भोजन में मौसमी फल-सब्जियां शामिल करें - विटामिन C और प्रोटीन से भरपूर आहार रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
पानी पीने में कसर न छोड़ें - सर्दी में प्यास कम लगती है, लेकिन शरीर में पानी की कमी से थकान और कमजोरी हो सकती है।
प्रदूषण से बचें - सुबह के समय अधिक धुंध और धूलकण होते हैं, इसलिए मास्क पहनकर ही बाहर निकलें।
व्यायाम करें लेकिन सावधानी से - ठंडी हवा में हल्का वॉर्मअप करने के बाद ही एक्सरसाइज शुरू करें।