World Biggest Word। किसी महान विद्वान ने कहा है कि शब्द की सिर्फ कुली होते हैं, जो अर्थों को ढोने का काम करते हैं, लेकिन कभी-कभी कोई खास शब्द सिर्फ अर्थ ही नहीं ढोने का काम करता है बल्कि पूरी भाषा के पहचान भी बन जाता है। दुनिया में सबसे बड़े शब्दों की बात की जाए 189,819 अक्षरों वाले टिटिन प्रोटीन का नाम सबसे अव्वल हैं लेकिन आम बोलचाल में आज भी इसे टिटिन ही कहा जाता है। 1980 के दशक में जब इस लोचदार प्रोटीन का नामकरण 189,819 अक्षरों वाले शब्द के साथ किया तो यह चर्चा में आ गया लेकिन इससे पहले दुनिया में सबसे बड़ा शब्द कौन सा था, इस बारे में जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे।
संस्कृत में है दुनिया का सबसे बड़ा शब्द
निरन्तरान्धकारितदिगन्तरकन्दलदमन्दसुधारसबिन्दुसान्द्रतरघनाघनवृन्दसन्देहकरस्यन्दमानमकरन्दबिन्दुबन्धुरतरमाकन्दतरुकुलतल्पकल्पमृदुलसिकताजालजटिलमूलतलमरुवकमिलदलघुलघुलयकलितरमणीयपानीयशालिकाबालिकाकरारविन्दगलन्तिकागलदलालवङ्गपाटलघनसारकस्तूरिकातिसौरभमेदुरलघुतरमधुरशीतलतरसलिलधारानिराकरिष्णुतदीयविमलविलोचनमयूखरेखापसारितपिपासायासपथिकलोकान्
हिंदी में भावार्थ
"इसमें, यात्रियों के लिए प्यास के कारण होने वाले संकट, लड़कियों की चमकदार आंखों की किरणों के समूह द्वारा कम किए गए थे; किरणें जो प्रकाश की धाराओं को शर्मसार कर रही थीं, इलायची की मजबूत सुगंध से भरे मीठे और ठंडे पानी, लौंग, केसर, कपूर और कस्तूरी और कलशों से बहते हुए कमल के समान हाथों वाली युवतियों के सुंदर जल-शेड, खसखस की मोटी जड़ों से बने मरजोरम के साथ मिश्रित, (और पास में निर्मित) आम के नए उगते पेड़ों के झुरमुटों की शय्या-जैसी नर्म रेत के ढेरों से ढँका पैर, जो क्वार्टरों के मध्यवर्ती स्थान को लगातार अंधेरा कर देता था, और जो फूलों के रस की टपकती बूंदों के कारण और भी अधिक मनमोहक लगता था, जो इस प्रकार प्रचुर मात्रा में अमृत से भरे घने बरसाती बादलों की कतार का भ्रम पैदा करता है।"
रानी तिरुमलाम्ब ने लिखा था ये शब्द
संस्कृत भाषा के सबसे बड़े शब्द की रचना विजयनगर साम्राज्य के सम्राट अच्युतदेव राय की रानी तिरुमलाम्ब ने की थी। सम्राट का शासनकाल , जो 1529 से 1542 के बीच रहा था। रानी तिरुमलाम्ब अतिविदुषी महिला थी। रानी तिरुमलाम्ब संस्कृत सहित अनेक भाषाओं पर अपना अधिकार रखती थीं। साथ ही वह काव्यों, नाट्य, काव्यशास्त्र, वेदों, तथा पुराणों की ज्ञाता थीं। उनके द्वारा लिखे गए काव्य ग्रंथ ‘वरदाम्बिकापरिणयचम्पू’ में इस सबसे लंबे संस्कृत शब्द का उल्लेख मिलता है। संस्कृत का यह एक शब्द 194 अक्षरों से मिलकर बना है।
हिंदी भाषा में सबसे लंबा शब्द
हिंदी में कई यौगिक शब्द है, जिसमें सबसे लंबा शब्द 25 व्यंजन और 10 स्वर से मिलकर बना है। कुल मिलाकर इसमें 34 वर्ण शामिल हैं। हिंदी में जो सबसे लंबा शब्द है, वो इस प्रकार है -
लौहपथगामिनीसूचकप्रचारकहरितताम्रलौहपट्टिका
इसका शाब्दिक अर्थ है - तांबे और लोहे से बना एक ग्रीन रेलवे चेतावनी साइन बोर्ड"। हालांकि यह शब्द आम बोलचाल की भाषा में उपयोग में नहीं लाया जाता है।
अंग्रेजी भाषा का सबसे लंबा शब्द
अंग्रेजी भाषा के सबसे लंबे शब्द को शोधकर्ताओं द्वारा P-45 नाम दिया गया है। दरअसल अंग्रेजी का सबसे बड़ा शब्द कुल 45 अक्षर से मिलकर बना है। ये है अंग्रेजी का सबसे बड़ा शब्द -
Pneumonoultramicroscopicsilicovolcanoconiosis
ऐतिहासिक तथ्यों के मुताबिक इस शब्द को सबसे पहली बार एवरेट एम. स्मिथ द्वारा गढ़ा गया था, जो एक शोधकर्ता भी थे। इस शब्द को कभी-कभी सिलिकोसिस नामक बीमारी के पर्याय के रूप में इस्तेमाल किया गया था। यह ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी का सबसे लंबा शब्द है। जिसका सामान्य तौर पर अर्थ है - बहुत महीन राख या रेत की कणों के कारण फेफड़ों में होने वाली एक बीमारी।