लेखिका Manu Bhandari का निधन, इन ख्यात रचनाओं से की थी हिंदी की सेवा
Manu Bhandari अक्सर नई कहानी आंदोलन के अग्रदूतों में से एक के रूप में जाना जाता है।
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Mon, 15 Nov 2021 03:17:38 PM (IST)
Updated Date: Mon, 15 Nov 2021 03:17:38 PM (IST)

नई दिल्ली । ख्यात लेखिका Manu Bhandari का निधन हो गया है। 'आप का बंटी' और 'महाभोज' जैसी रचनाएं देने वाली लेकिका मन्नू भंडारी का जन्म 3 अप्रैल 1931 को हुआ था। मन्नू भंडारी अपने जीवन काल में दो हिंदी उपन्यासों आप का बंटी और महाभोज के लिए जानी जाती हैं। उन्हें अक्सर नई कहानी आंदोलन के अग्रदूतों में से एक के रूप में जाना जाता है।
महिलाओं के स्वतंत्र व बौद्धिक चरित्रों को दिया जन्म
मन्नू भंडारी उन लेखिकाओ में से एक हैं, जिन्होंने महिलाओं के स्वतंत्र और बौद्धिक चरित्रों को जन्म दिया। उन्होंने यौन व्यवहार, भावनात्मक, मानसिक और आर्थिक शोषण जैसे पहलूओं पर विचार कर भारतीय समाज में महिलाओं को बहुत कमजोर स्थिति पर प्रकाश डाला। मन्नू भंडारी की कहानियों में महिला पात्रों को मजबूत, स्वतंत्र व्यक्तियों के रूप में चित्रित किया गया है, जो पुरानी रुढिवादिता को तोड़ती हुई नजर आती है और एक 'नई महिला' की छवि बनाती हैं।
लैंगिक असमानता से जुड़ी है कहानियां
मन्नू भंडारी की ज्यादातर कहानियां लैंगिक असमानता से जुड़ी हैं। उन्होंने कामकाजी और शिक्षित महिलाओं पर भी बहुत काम किया। मन्नू भंडारी ने अपने दूसरे उपन्यास, आप का बंटी के अधिकार बेच दिए और बाद में इसे धर्मेंद्र गोयल द्वारा निर्मित और शिशिर मिश्रा द्वारा निर्देशित फिल्म के रूप में इस्तेमाल किया गया।