720 वर्ष पुराने मंदिर में तीन रूपों में दर्शन देती हैं जयंती माता
विंध्याचल पर्वत श्रेणी पर स्थित बड़वाह के 720 वर्ष पुराने जयंती माता मंदिर में तीन रुपों में देवी के दर्शन होते है।
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Publish Date: Wed, 01 Oct 2014 02:53:37 AM (IST)
Updated Date: Thu, 02 Oct 2014 03:19:35 PM (IST)
बड़वाह, खरगोन(मप्र)। विंध्याचल पर्वत श्रेणी पर स्थित बड़वाह के 720 वर्ष पुराने जयंती माता मंदिर में तीन रुपों में देवी के दर्शन होते है। प्रातःकाल बाल अवस्था, दोपहर में तरुणाई की लालिमा तथा संध्याकाल शांत रूप में दर्शन देती है। प्राकृतिक सौंदर्य के बीच माता का मंदिर है। ऐसा मानना है कि रात्रि में माता की सवारी शेर नदी में पानी पीने आता है। माता के दर्शन की बातें भी कही जाती हैं।
प्रतिदिन माता का पूजन-आरती होती है। चैत्र व शारदीय नवरात्रि में उत्सव का माहौल होता है। नवरात्रि में महाआरती, प्रसादी वितरण के साथ विशेष विद्युत सज्जा की जाती है। इस मंदिर में दर्शन व मन्नत के लिए क्षेत्र सहित इंदौर, उज्जैन, धार, महाराष्ट्र, कलकत्ता, चंड़ीगढ़, दिल्ली आदि प्रांतों से श्रद्घालु आते है।
इस मंदिर का जीर्णोद्घार भक्तों के सहयोग से हुआ। मंदिर प्रागंण में धार्मिक पुस्तकें, फोटो, खिलौने, चुनरी, प्रसादी, स्वल्पहार आदि की दुकानें है। घुड़सवारी व बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले भी रहते हैं।