1862 में अंग्रेज अफसर कैप्टन फोरसिथ ने तामिया से 15 किलोमीटर दूर मुतौर ग्राम (अंग्रेजों के पुरातन दस्तावेज में मोतौर उल्लेखित है ) में मुतौर सेनेटोरियम नाम से विकसित करने की योजना बनाई गई थी। यह जानकारी 1860 से 1865 के बीच पुराने ब्रिटिश कालीन दस्तावेजो और नक्शो के अध्ययन के बाद सामने आ आए हैं। कैप्टन फोरसिथ की लिखी किताब में उन्हाेंने तामिया और पचमढ़ी के प्राकृतिक वातावरण को एक जैसा (दोनाें क्षेत्र को प्राकृतिक दृष्टि से समान) बताया ।  
      
      इसके बाद पचमढ़ी से तीस किमी दूरी पर स्थित होशंगाबाद जिले के पिपारिया में विकसित हो रही रेलवे लाइन के चलते पचमढ़ी को ही विकसित करने की योजना अमल में लाई गई। पुरातन अभिलेखों के मुताबिक अंग्रेज अधिकारियों को 1860 में एक शांतस्थल की आवश्यकता थी। उस समय के रिकार्डो में तामिया के मुतौर को नक्शों में भी दिखाया गया था।  
       
      जानकारी के मुताबिक तत्कालीन अफसर 1862 में मुतौर सेनेटोरियम बनाने के लिए रवाना हुए लेकिन होशंगाबाद जिले के बनखेड़ी,पिपारिया,मटकुली होते हुए पचमढ़ी आ गए । मटकुली से रास्ता भटकने की गफलत में तामिया के मुतौर नहीं पहुंचे अंग्रेज अधिकारी को वहां का भी प्राकृतिक वातावरण पसंद आ गया और पचमढ़ी में सैन्य केंद्र बनाया गया । इस तथ्य का उल्लेख अंग्रेज अफसर रिसर्ट टेम्पल ने भी किया है।  
      
      दस्तावेजों के मुताबिक माना जाता है कि सीपी एंड बरार में प्रदेश का अधिकृत दस्तावेज लिखने वाले तत्कालीन ब्रिटिश अधिकारी रिसर्ट टेम्पल ही थे। वहीं वन विभाग भी लगातार तामिया वन क्षेत्र में पर्यटन प्रगति को लेकर जुटा हुआ है । तामिया वन परिक्षेत्र अधिकारी के पी हटीले बताते है कि तामिया क्षेत्र में वनों की सुंदरता बढ़ाने और पर्यटन को दृष्टीगत रखते हुए अनेकों कार्य करवाया जाना प्रस्तावित है ।  
      
      इनका कहना है  
     
      यह तथ्य हमारी जानकारी में है कि एक अंग्रेज अफसर के रास्ता भटकने के कारण ही पचमढ़ी हिल स्टेशन बना। तामिया क्षेत्र पुरने समय से अपने प्राकृतिक वातावरण के लिए चर्चा में है। हमारा लक्ष्य है कि तामिया जाने वाले पर्यटक वहां के वनो की सुंदरता,लैंडस्केप का भरपूर आनंद लें। तामिया के लिए प्रोजेक्ट बनाया गया है जिसमें तामिया,पातालकोट क्षेत्र की अधोसंरचना के लिए 50 लाख के कार्य प्रस्तावित है। पहले चरण में बीस लाख के कार्य कराए जायेंगे, साथ ही वन समितिओं को शिक्षण के माध्यम से मजबूत किया जाएगा ।  
      
      - चितरंजन त्यागी , मुख्य वन संरक्षक , वन वृत्त छिंदवाड़ा  
     
      तामिया जिले का महत्वपूर्ण पर्यटन केंद्र है। वन विभाग द्वारा तामिया के वन और पर्यटन विकास को ध्यान में रखकर अनेकों कार्य किए जा रहे हैं ।  
     
      - एनके सनोडिया , वन मंडल अधिकारी , पश्चिम वनमंडल सामान्य छिंदवाड़ा  
     
      तामिया क्षेत्र में वनों की सुंदरता बढ़ाने और पर्यटक दृष्टिगत रखते हुए अनेकों कार्य करवाया जा रहा है और अनेको कार्य प्रस्तावित है।  
     
      - जयंत कुमार पारवेकर उप वनमंडलाधिकारी, वन अनुविभाग तामिया  
     
      यह अतिमहत्वपूर्ण जानकारी है जो सभी के लिए उपयोगी होगी । तामिया में बढ़ती पर्यटकों की संख्या तामिया की लोकप्रियता दर्शाती है हम एमपीटी के माध्यम से लगातार लोकल टूरिजम को विकसित करने के प्रयास में जुटे है ।  
     
      - आरके राय , रीजनल मैनेजर मप्र पर्यटन विकास निगम क्षेत्रीय कार्यालय पचमढ़ी  
     
      तामिया को लेकर ब्रिटिश कालीन यह जानकारी महत्वपूर्ण है पर्यटन विकास में इसका लाभ मिलेगा हम भी टूरिज्म प्रमोशन में इसका उपयोग कर सभी को इसकी जानकारी देंगे ।  
     
      - पवन श्रीवास्तव ,प्रमुख , पातालकोट टूरिस्ट इंफर्मेंशन सेंटर तामिया और टूरिस्ट मोटल कियोस्क तामिया