नईदुनिया प्रतिनिधि, झाबुआ। नई पीढ़ी के आधुनिक विचारों को लेकर अक्सर चिंतन किया जाता है। उनका पश्चिमी सभ्यता के प्रति प्रेम को लेकर दुख प्रकट किया जाता है, लेकिन झाबुआ के युवा अपने कार्यों से एक अलग ही आदर्श प्रस्तुत कर रहे हैं। युवाओं ने 2022 से सनातन संस्कारों की जो डोर पकड़ी है, वह मजबूत होती जा रही है। सामूहिक हनुमान चालीसा समिति के बैनर तले केवल पांच युवाओं ने हनुमान चालीसा करने की शुरुआत की थी जो आज व्यापक स्वरूप ले चुकी है।
साल 2021 विदा हो रहा था और 2022 का आगमन हो रहा था। उस समय नगर के पांच युवाओं ने आपसी चर्चा में यह तय किया कि कुछ नवीन कार्य नए साल से हाथ में लिया जाए। चूंकि वे संस्कारी थे, इसलिए उन्होंने यह तय किया कि अब नए साल से वे हनुमान चालीसा पाठ की शुरुआत करेंगे। हर मंगलवार को नियमित किसी हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने की शुरुआत की गई ।
युवाओं ने अपने शुभ संकल्प पर 2022 में जनवरी माह के प्रथम मंगलवार से हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ शुरू किया। देखते ही देखते युवाओं की संख्या बढ़ने लगी। धीरे-धीरे तमाम संसाधन भी उपलब्ध होते गए। युवा हर मंगलवार को रात आठ बजे किसी भी हनुमान मंदिर पर चले जाते और अपना संकल्प पूर्ण करने लगे। वर्तमान में सैकड़ों युवा समिति से जुड़ चुके हैं। समिति से जुड़े युवा भजनों व संगीत के साथ हनुमानजी की स्तुति नियमित कर रहे हैं।
हर कोई प्रसिद्धि की चाह रखता है, लेकिन समिति से जुड़े युवाओं का विशेष आग्रह यह है कि किसी का भी नाम नहीं दिया जाए। सिर्फ हनुमानजी हो और उन्हीं का गुणगान हो। 2022 से लगातार युवाओं की यह टीम हर मंगलवार को किसी भी हनुमान मंदिर में पहुंच जाती है। पांच पाठ के बीच में सुमधुर भजनों की स्वर लहरियां वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर देती हैं। भजनों के माध्यम से युवा अपनी भाव भक्ति को प्रदर्शित करते चले जाते हैं। भक्ति का यह यज्ञ हर मंगलवार को एक घंटे चलता है। समिति सदस्यों का कहना है कि इससे उन्हें काफी सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। वे उक्त कार्य हमेशा जारी रखेंगे।