कालभैरव मंदिर में दर्शन के लिए बनी नई योजना, श्रद्धालुओं आसानी ले पाएंगे आशीर्वाद
श्रावण मास में उज्जैन के कालभैरव मंदिर में बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति ने दर्शन व्यवस्था को दुरुस्त किया है। अब सामान्य और वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए अलग प्रवेश द्वार होंगे। अतिक्रमण मुक्त मार्ग, बैरिकेडिंग और पार्किंग जैसी व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की गई हैं।
Publish Date: Mon, 30 Jun 2025 02:22:20 PM (IST)
Updated Date: Mon, 30 Jun 2025 02:22:35 PM (IST)
काल भैरव मंदिर में दर्शन करना होगा और भी आसान। (फाइल फोटो)HighLights
- बैरिकेडिंग और शामियाने से बारिश व भीड़ से राहत।
- जेल चौराहा से मंदिर मार्ग अतिक्रमण मुक्त रहेगा।
- भीड़ में पार्किंग व्यवस्था खुले स्थानों में की जाएगी।
धर्म डेस्क, इंदौर। श्रावण मास के पावन अवसर पर उज्जैन के प्रसिद्ध कालभैरव मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसे में दर्शन व्यवस्था को सुगम और व्यवस्थित बनाने के लिए मंदिर समिति ने विशेष योजना तैयार की है।
अब सामान्य और प्रोटोकॉल के तहत आने वाले वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार से मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था की गई है। इससे न केवल दर्शन प्रक्रिया में तेजी आएगी, बल्कि आए दिन उत्पन्न होने वाले विवाद की स्थिति से भी बचा जा सकेगा।
सुगम दर्शन के लिए द्वारों का निर्धारण
- मंदिर समिति अध्यक्ष एवं एसडीएम एलएन गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब तक वीआईपी श्रद्धालु मंदिर के निर्गम द्वार से प्रवेश करते थे, जिससे विवाद की स्थिति बनती थी। अब उन्हें मुख्य द्वार के समीप स्थित वैकल्पिक द्वार से प्रवेश दिया जाएगा।
- सामान्य भक्त पूर्ववत मुख्य द्वार से प्रवेश करेंगे। बैरिकेडिंग और शामियाने की व्यवस्था भी की जा रही है, जिससे बारिश और भीड़ से बचाव किया जा सके।
अतिक्रमण मुक्त मार्ग व पार्किंग व्यवस्था
- श्रावण मास के दौरान भक्तों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंदिर समिति ने एक किलोमीटर लंबे मार्ग को अतिक्रमण मुक्त रखने का निर्णय लिया है। यह जेल चौराहा से कालभैरव मंदिर तक जाता है। इसके अलावा भीड़ अधिक होने पर वाहन पार्किंग की व्यवस्था जेल चौराहा के आसपास खुले स्थानों में की जाएगी।
यह व्यवस्था भगवान कालभैरव के दर्शन को और अधिक सुलभ बनाएगी, जिससे श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव के साथ सुविधा भी प्राप्त होगी।