Anant Chaturdashi 2023: इस साल की अनंत चतुर्दशी बेहद खास है। हर साल गणेशोत्सव भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को समाप्त होता है। पंचांग के अनुसार, चतुर्दशी तिथि 27 सितंबर को रात 10.18 बजे शुरू होगी। वहीं, 28 सितंबर को शाम 6.49 बजे तक रहेगी।
अनंत चतुर्दशी पर वृद्धि योग है। इसे शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इसके अलावा पूरे दिन रवि योग रहेगा। वहीं, दोपहक 1.48 बजे तक पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र है। यह नक्षत्र शुभ काम के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।
पहला मुहूर्त- सुबह 6.11 बजे से 7.40 बजे तक
दूसरा मुहूर्त- सुबह 10.42 बजे से दोपहर 3.10 बजे तक
तीसरा मुहूर्त- दोपहर 4.41 बजे से रात 9.10 बजे तक।
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। साफ कपड़े पहनें। पूजा स्थल पर कलश की स्थापना करें। इसके बाद एक धागे को कुमकुम, केसर और हल्दी से मिलाकर अनंत सूत्र तैयार करें। इसमें 14 गांठें लगी होनी चाहिए। इसे भगवान विष्णु की तस्वीर या प्रतिमा के सामने रखें। अब मंत्र (अनंत संसार महासुमद्रे मग्रं समभ्युद्धर वासुदेव। अनंतरूपे विनियोजयस्व ह्नानंतसूत्राय नमो नमस्ते।।) का जाप करें। पूजा के बाद सूत्र को हाथ में बांध लें।
डिसक्लेमर
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'