धर्म डेस्क, इंदौर। इस बार की अपरा एकादशी विशेष संयोग लेकर आ रही है। 23 मई को बुध ग्रह मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा के अनुसार बुध के इस राशि परिवर्तन से वृषभ राशि में पहले से स्थित सूर्य के साथ इनकी युति होगी, जिससे बुधादित्य योग का निर्माण होगा। यह योग अत्यंत शुभ और राजयोग की श्रेणी में माना जाता है। इसका प्रभाव विशेष रूप से करियर, बुद्धि, व्यापार, तर्कशक्ति और सामाजिक मान-सम्मान में वृद्धि करने वाला रहेगा।
बुध को वैदिक ज्योतिष में बुद्धि, संवाद, शिक्षा, व्यापार और तर्क का कारक ग्रह माना गया है। सूर्य के साथ युति के कारण बुध की शुभता और प्रभाव दोनों ही बढ़ जाते हैं। इस संयोग से कुछ राशियों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है। यह इस माह बुध का दूसरा गोचर है, इससे पहले 7 मई को भी बुध ने राशि परिवर्तन किया था। इस गोचर का प्रभाव विशेष रूप से मेष, कर्क, कन्या और कुंभ राशि पर देखने को मिलेगा।
मेष राशि के जातकों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा और लंबे समय से चले आ रहे घरेलू विवादों को सुलझाने में मदद मिलेगी। सोशल मीडिया और संचार माध्यमों में सक्रियता बढ़ेगी, जिससे नए अवसर मिल सकते हैं।
कर्क राशि वालों के लिए बुध का यह गोचर अत्यंत लाभकारी साबित होगा। मानसिक स्थिति सकारात्मक रहेगी, जिससे कार्यों में समर्पण और दृढ़ निश्चय दिखेगा। यह समय करियर में तरक्की और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला रहेगा।
कन्या राशि के लिए यह समय विशेष रूप से फलदायी है। शिक्षक, वकील और लेखक वर्ग को कार्यस्थल पर सम्मान और लाभ मिलने की संभावना है। भाई-बहनों से रिश्ते प्रगाढ़ होंगे और उनका सहयोग मिलेगा, जिससे करियर में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
कुंभ राशि के जातकों के लिए रियल एस्टेट के क्षेत्र में नए अवसर खुल सकते हैं। इस अवधि में संपत्ति से जुड़े कार्यों में सफलता मिलने के योग हैं। हालांकि, स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, खासकर शारीरिक थकान और तनाव को लेकर सतर्क रहें।