धर्म डेस्क, इंदौर। वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, व्यापार और संचार का प्रतिनिधि माना है। इसे ग्रहों का राजकुमार कहा गया है। यह बहुत ही चंचल और तीव्रगामी होता है। कुंडली में बुध के मजबूत हो, तो व्यक्ति तर्कशील, बुद्धिमान और कुशल वक्ता बनता है। कमजोर बुध भ्रम, हिचकिचाहट और वाणी दोष को पैदा कर सकता है।
7 जुलाई 2025 दिन सोमवार को सुबह 5 बजकर 55 मिनट पर बुध ग्रह अश्लेशा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। यह नक्षत्र परिवर्तन ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद खास है। यह समय 5 राशि वालों के लिए भाग्य उदय, धन लाभ और तरक्की के नए अवसर लेकर आ सकता है।
मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं। यह गोचर उनके लिए बहुत ही चमत्कारी होने वाला है। व्यापार, लेखन, संचार और नेटवर्किंग के काम से जुड़े लोगों को बहुत लाभ मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। जातकों के अटके काम पूरे होंगे।
बुध के गोचर से कन्या राशि के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे। उनको नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे, जिससे आर्थिक लाभ मिलेगा। आपको नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। मानसिक शांति मिलेगा।
कर्क राशि से आश्लेषा नक्षत्र जुड़ा है। ऐसे में इस गोचर का सीधा लाभ कर्क राशि के जातकों को मिलेगा। व्यवसाय में धन लाभ होगा। पैतृक संपत्ति को लेकर चल रहा विवाद हल होगा। परिवार में चल रहा विवाद संवाद से समाप्त होगा।
बुध के नक्षत्र गोचर से आर्थिक मामलों में सफलता मिलेगा। धन का लाभ होगा। आपके निवेश धन अर्जित करेंगे। शेयर बाजार से जुड़े जातकों के अच्छे दिन आएंगे। किसी बुद्धिमान व्यक्ति की सलाह जरूर लें।
मीन राशि के लिए आश्लेषा नक्षत्र में बुध का प्रवेश बहुत ही शुभ रहेगा। यह आपके जीवन में आध्यात्मिकता और रचनात्मकता को प्रभावशाली बनाएगी। आप सही निर्णय ले पाएंगे, जिससे धन लाभ भी होगा।
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