दिसंबर 2022 के प्रमुख व्रत-त्योहार
3 दिसंबर 2022 , शनिवार - मोक्षदा एकादशी, गीता जंयती
मान्यता के अनुसार मोक्षदा एकादशी मोक्ष का क्षय करने वाली मानी जाती है। वहीं गीता जयंती पर श्रीमदभगवत गीता का पठन करने से व्यक्ति के ज्ञानचक्शू खुलते हैं।
5 दिसंबर 2022, सोमवार - सोम प्रदोष व्रत
सोम प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है, इस दिन शिव जी का अभिषेक कर पूरे विधि-विधान से पूजा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।
7 दिसंबर 2022, बुधवार - मार्गशीर्ष पूर्णिमा, दत्तात्रेय जयंती
मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि को साल 2022 की आखिरी पूर्णिमा पड़ने वाली है। इस दिन स्नान, दान, जप, तप, करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
8 दिसंबर 2022, गुरुवार - अन्नपूर्णा जयंती
11 दिसंबर 2022, रविवार - पौष संकष्टी चतुर्थी
संकष्टी चतुर्थी का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन महिलाएं गणेश जी की पूजा करती हैं और चांद को देखकर व्रत खोलती हैं और यह व्रत पुत्र की लंबी आयु के लिए किया जाता है।
16 दिसंबर 2022, शुक्रवार - रुक्मिणी अष्टमी, धनु संक्रांति, कालाष्टमी, (खरमास आरंभ)
इस दिन इस दिन कृष्ण, रुक्मिणी और प्रद्युम्न का पूजा करने का विधान है साथ ही इस दिन धनु संक्रांति भी मनाई जाएगी। बता दें कि इस दिन से खरमास यानी मलमास शुरु हो जाएगा।
19 दिसंबर 2022, सोमवार - सफला एकादशी
सफला एकादशी के दिन व्रत करने से व्यक्ति की सभी मनोरथ पूरी होती हैं और सच्चे मन से की हुई पूजा से कार्य में सफलता मिलती है।
21 दिसंबर 2022, बुधवार - मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत
23 दिसंबर 2022, शुक्रवार - पौष अमावस्या
पौष माह की अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण किया जाता है। कहते हैं इस दिन तर्पण करने से पितरों को जन्मबंधन से मुक्ति प्राप्त होती है।
25 दिसंबर 2022 - क्रिसमस