नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। भगवान द्वारिकाधीश ढाई दिन के लिए मेहमान बनकर मुरैना गांव आएंगे। बुधवार पड़वा के दिन भगवान को ढोल नगाड़ों के साथ मुरैना गांव स्थित दाऊजी मंदिर लाया जाएगा। इसके बाद यहां भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का आयोजन किया जाएगा। इस लीला मेला में तीन दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
इस परंपरा को पिछले 700 साल से निभाया जा रहा है। यहां श्रीकृष्ण के परमभक्त गोपेश्वर स्वामी को भगवान ने दर्शन देकर ढाई दिन मेहमान बनकर आने का वादा किया था। तब से ऐसा माना जाता है कि द्वारिकाधीश यहां विराजमान रहते हैं।
उल्लेखनीय है कि मुरैना गांव में संत गोपेश्वर स्वामी भगवान के भक्त थे, तब वह द्वारिका भगवान की नगरी नहीं जा सके तो उन्होंने भगवान से प्रार्थना की थी। भगवान ने उन्हें दर्शन देकर द्वारिकाधीश के रूप में दीपावली की पड़वा से ढाई दिनों तक यहां आने का वायदा किया था। तभी से यहां परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है। गोपेश्वर स्वामी को दाऊ के नाम से सब जानते थे, तभी से मंदिर का नाम भी दाऊजी मंदिर पड़ गया।
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इन ढाई दिनों के आयोजन में पहले दिन भगवान को रथ पर विराजमान कर लाया जाएगा, जिसमें कृष्ण व बलदाऊ के रूप में बालकों को सजाया जाएगा। इसके दूसरे दिन कालिया नाग नाथने की लीला होगी, जिसे देखने तालाब पर हजारों लोग जुटेंगे। वहीं इस नाग को भी स्वामी परिवार में इसी साल जन्मा कोई बच्चा ही नाथेगा। इसके बाद अंतिम दिन घुड़दौड़ का भी आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के समापन पर भगवान की विदाई की जाएगी।