Ganesh Chaturthi 2022: भगवान गणेश दुखहर्ता और मंगलकारी देवता है। वे अपने भक्तों के सारे कष्ट दूर करते हैं। लंबोदर की पूजा से हर कार्य मंगल होता है। इस बार गणेश उत्सव की शुरुआत 31 अगस्त से हो चुकी है, जो 9 सितंबर तक रहेगा। गणपति बप्पा के जीवन से जुड़ी कई कहानियां हमने सुनी है। लेकिन क्या आप शिव पुत्र के संपूर्ण परिवार के बारे में जानते हैं। इस लेख में हम बताएंगे भगवान एकदंत के परिवार के बारे में।
शिव-पार्वती हैं माता-पिता
भगवान गणेश के पिता महादेव है। वहं धर्मग्रंथों के अनुसार पर्वतराज हिमालय व मैना पुत्री देवी पार्वती श्रीगणेश की माता हैं। दुष्टों का सर्वनाश करने के लिए माता ने कई अवतार लिए हैं। हर काम में सफलता की शक्ति देवी पार्वती भक्तों को प्रदान करती हैं।
भगवान गणेश के बड़े भाई हैं कार्तिकेय
गणपति के बड़े भाई का नाम कार्तिकेय है। ये देवताओं के सेनापति हैं। जब तारकासुर ने तीनों लोकों पर कब्जा कर लिया था। उस समय कार्तिकेय ने उसका वध किया है। शिवपुराण के अनुसार कार्तिकेय ब्रह्मचारी हैं। ब्रह्मवैवर्त पुराण में इनकी पत्नी का नाम देवसेना बताया गया है। कार्तिकेय के अलावा भगवान अयप्पा, अशोक सुंदरी, ज्वापलामुखी और मनसा भगवान गणेश के भाई-बहन हैं।
श्रीगणेश की हैं दो पत्नियां
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार विघ्नहर्ता की दो पत्नियां रिद्धि और सिद्धि है। ये प्रजापति विश्वरूप की बेटियां है। कुछ स्थानों पर रिद्धि व सिद्धि का नाम मिलता है। जबकि कुछ ग्रंथों ने सिद्धि और बुद्धि को विनाय की पत्नी माना गया है।
शुभ और लाभ के पिता
शुभ और लाभ भगवान गणेश के पुत्र हैं। एकदंत की बहुओं का नाम तृष्टि और पुष्टि है। भगवान गणेश की एक पुत्री है, जिसका नाम संतोषी है। वहीं गजानन के आमोद और प्रमोद नाम के दो पौत्र हैं।
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