Ganesh Chaturthi 2025 Date: 26 या 27 अगस्त को कब है गणेश चतुर्थी? जानें तिथि, इतिहास और महत्व
गणेश चतुर्थी 2025 का पर्व 27 अगस्त से शुरू होकर 6 सितंबर को विसर्जन के साथ समाप्त होगा। यह पर्व भगवान गणेश की आराधना, भक्ति, सामाजिक एकता और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। इतिहास में शिवाजी और लोकमान्य तिलक ने इसे जनआंदोलन और एकता का माध्यम बनाया था।
Publish Date: Mon, 25 Aug 2025 05:07:25 PM (IST)
Updated Date: Mon, 25 Aug 2025 05:07:25 PM (IST)
सनातन धर्म में गणेश चतुर्थी का बहुत महत्व है। (फाइल फोटो)HighLights
- 27 अगस्त 2025 को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी।
- 6 सितंबर को अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन होगा।
- शिवाजी महाराज ने एकता हेतु पर्व को बढ़ावा दिया।
धर्म डेस्क। Ganesh Chaturthi 2025 Date: गणेश चतुर्थी 2025 की तैयारियां पूरे देश में जोर-शोर से चल रही हैं। यह शुभ पर्व विघ्नहर्ता और बुद्धि-समृद्धि के देवता भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना सहित कई राज्यों में इसे विनायक चतुर्थी या गणेशोत्सव कहा जाता है। यह पर्व सामाजिक एकता और सांस्कृतिक गौरव का भी प्रतीक है।
गणेश चतुर्थी 2025 की तिथि
- पंचांग के अनुसार इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त 2025 बुधवार को मनाई जाएगी। देशभर में इस दिन भक्त भगवान गणेश को घरों और सार्वजनिक पंडालों में विराजमान करेंगे। पूजा-अर्चना और विशेष भोग के साथ श्रद्धालु गणपति से समृद्धि, ज्ञान और सफलता का आशीर्वाद मांगेंगे।
दस दिनों तक चलने वाला यह उत्सव 6 सितंबर 2025 शनिवार को अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन के साथ संपन्न होगा। इस दिन भव्य शोभायात्राओं और जुलूसों में गणेश प्रतिमाओं का जल में विसर्जन किया जाएगा। इतिहास
- गणेश चतुर्थी का इतिहास मराठा साम्राज्य के काल से जुड़ा है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने इसे एकता और भक्ति को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया था। लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने अंग्रेजों के शासनकाल में इसे सार्वजनिक उत्सव का रूप दिया, जिससे लोगों में एकजुटता आए और स्वतंत्रता आंदोलन को बल मिल सके।
- आज के समय में यह पर्व धार्मिक आस्था के साथ-साथ सामाजिक सद्भाव और सामूहिकता का प्रतीक बन गया है। मंदिरों से लेकर पंडालों तक जगह-जगह भव्य सजावट होती है। भक्त गणपति बप्पा की आराधना करते हैं। सामूहिक रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।
सांस्कृतिक
गणेश चतुर्थी जीवन से बाधाओं को दूर करने नए आरंभ का प्रतीक और ज्ञान व समृद्धि की प्राप्ति का पर्व है। मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर और लालबागचा राजा पंडाल जैसे प्रमुख स्थलों पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। यह पर्व भक्ति का उत्सव है।