
धर्म डेस्क। वैदिक ज्योतिष में केतु को रहस्यमय, कर्मों का फल देने वाला ग्रह माना जाता है। यह अचानक परिवर्तन कराने के कारण भी जाना जाता है। ग्रहों की चाल व्यक्ति के जीवन के अलग-अलग पहलुओं करियर, धन, स्वास्थ्य और संबंधों पर गहरा प्रभाव डालती है। ऐसे में इनका हमारे जीवन में खास महत्व होता है।
6 जुलाई से केतु शुक्र ग्रह के प्रभाव वाले पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश कर चुका है। यह स्थिति मार्च 2026 तक बनी रहेगी। इस दौरान कई लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र सौंदर्य, सुख, संतान, प्रेम और रचनात्मकता का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में शुक्र के नक्षत्र में केतु का गोचर कुछ राशियों के लिए तरक्की और लाभ के रास्ते प्रशस्त करेगा।
केतु का यह गोचर कन्या राशि वालों के लिए बड़ा सौभाग्य लेकर आया है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और रुका हुआ धन प्राप्त होने के योग बनेंगे। व्यवसाय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। नई उपलब्धियां आपकी झोली में गिर सकती हैं। स्वास्थ्य में सुधार और किसी महत्वपूर्ण यात्रा का लाभ भी संभव है, जो करियर को नई दिशा दे सकती है।
2025 तुला राशि वालों के लिए उपलब्धियों से भरा रहेगा। शुक्र के नक्षत्र में केतु का यह गोचर करियर में तेजी से उन्नति देगा। नया अवसर मिलेगा और काम के बदले सम्मान भी बढ़ेगा। व्यापारियों को मुनाफा और साझेदारियों से लाभ मिल सकता है। परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा और वैवाहिक जीवन में मधुरता बढ़ेगी।
मकर राशि के जातकों के लिए यह अवधि अत्यंत शुभ मानी जा रही है। किसी नए प्रोजेक्ट या निवेश से विशेष लाभ मिलने की संभावना है। व्यापार में स्थिरता और आय में बढ़ोतरी होगी। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कुल मिलाकर यह समय सफलता, समृद्धि और सम्मान दिलाने वाला रहेगा।
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