धर्म डेस्क, इंदौर। Kundli Mahadasha Upay: वैदिक शास्त्र में ग्रहों की स्थिति का विशेष महत्व है। इनके जरा से बिगड़ने पर व्यक्ति के जीवन में बहुत ही बुरा असर पड़ता है, लेकिन ऐसी स्थिति में घबराने की जरूरत नहीं है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की महादशा को शांत करने के भी उपाय बताए गए हैं। हम इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि अनिष्ट ग्रहों की महादशा में क्या करना चाहिए।
सूर्य की महादशा होने पर जातकों के बनते काम भी बिगड़ना शुरू हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में सूर्य के मंत्र ॐ घृणि: सूर्याय नम: का जप कर सकते हैं। सूर्य आदित्य स्तोत्र का पाठ करें। इसके अलावा अनामिका उंगली में तांबे का छल्ला भी धारण कर सकते हैं। ऐसा करने से सूर्य की महादशा खत्म होगी, जिससे आपको लाभ होगा।
कुंडली में चंद्र महादशा होने पर जीवन में नकारात्मकता छा जाती है। ऐसे में चंद्र के मंत्र ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम: का जाप कर सकते हैं। इसके अलावा इस महादशा से पीछा छुड़ाने के लिए भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा जरूर करें।
मंगल की महादशा में जीवन में तरक्की के रास्ते खत्म होना शुरू हो जाते हैं। ऐसे में हनुमान जी की शरण में जाना चाहिए। मंगलवार के दिन ॐ अं अंगारकाय नम: का जप करें। 7 मंगलवार तक हनुमान जी को चोला और लाल लंगोट चढ़ाएं। बंदरों को गुड़-चना खिलाएं।
शनि की महादशा जातकों के लिए बहुत ही नकारात्मक होती है। यह जीवन में कष्ट लेकर आती है, जिससे निजात पाने के लिए ॐ शं शनैश्चरायै नम: का जप कर सकते हैं। हर शनिवार और मंगलवार हनुमान जी का पूजन करना चाहिए। यह बहुत ही लाभदायक होता है। इसके अलावा काले कुत्ते को रोटी भी दे सकते हैं।
कुंडली में राहु की महादशा हो, तो सभी बनते काम भी धीरे-धीरे बिगड़ना शुरू जाते हैं। किस्मत को फिर से पटरी पर लाने के लिए रोज राहु के मंत्र ॐ रां राहवे नम: का जप करना चाहिए। इसके अलावा जातक गोमेद भी धारण कर सकते हैं। हर दिन पक्षियों को जौ और काले कुत्ते को रोटी खिलाना शुभ होता है।
केतु की महादशा कुंडली में होने से जातक समस्याओं से घिरा रहता है। इससे निपटने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं। आप केतु मंत्र ॐ कें केतवे नम: का जप कर सकते हैं। भगवान श्रीगणेश की पूजा भी शुभ मानी जाती है। पक्षियों को बाजरा और देवस्थान में कंबल दान करने से भी महादशा से निजात मिलती है।
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