Chandra Grahan India: चंद्रग्रहण एक अद्भुत खगोलीय घटना है और आज पूरा देश इसका गवाह बनने वाला है। रात करीब 9:58 बजे चंद्रग्रहण शुरू हो गया है और 8 सितंबर की देर रात 1:26 बजे समाप्त हो जाएगा। अगर मौसम साफ रहा, तो 82 मिनट की यह अद्भुत घटना देश के अधिकांश हिस्सों से देखी जा सकेगी। यह चंद्रग्रहण भारत के अधिकांश हिस्सों में दिखाई देगा, इसलिए इसके प्रति लोगों का उत्साह भी बरकरार है। देशभर से ग्रहण को लाइव तस्वीरें सामने आ रही हैं। आप भी देखें लाइव तस्वीरें...
#WATCH दिल्ली: चंद्रग्रहण या 'ब्लड मून' शुरू हुआ। pic.twitter.com/O5OBYucgdJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 7, 2025
#WATCH | Thiruvananthapuram, Kerala | Mesmerising 'Red Moon' or the 'Blood Moon' as the #LunarEclipse proceeds towards the exit phase pic.twitter.com/dGDFolGW4Q
— ANI (@ANI) September 7, 2025
#WATCH लखनऊ, उत्तर प्रदेश: आंशिक चरण शुरू होते ही पूर्ण चंद्रग्रहण देखने के लिए लोग एकत्रित हुए। pic.twitter.com/RqGbcI8pP9
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#WATCH जयपुर, राजस्थान: पूर्ण चंद्रग्रहण का आंशिक चरण शुरू हुआ। pic.twitter.com/AN7KaGyYra
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मध्य प्रदेश में कुछ इस तरह दिखा चांद
ग्वालियर में रात 10.09 बजे चंद्रग्रहण शुरू होने के बाद चंद्रमा बादलों की गिरफ्त में आ गया
आज रात साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, जिसमें चांद लाल रंग का दिखाई देगा। ब्लड मून पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान आज रात 11 बजे से लेकर 12 बजकर 22 मिनट तक देखने को मिलेगा।
चंद्रग्रहण का आरंभ : रात्रि 9 बजकर 57 मिनट पर
खग्रास आरंभ: रात्रि 11 बजकर 1 मिनट पर
ग्रहण का मध्यकाल: रात्रि 11 बजकर 42 मिनट से
खग्रास समाप्त: मध्य रात्रि 1 बजकर 23 मिनट पर
चंद्रग्रहण का समापन: मध्यरात्रि 1 बजकर 26 मिनट पर
भारत के सभी बड़े शहरों से यह ग्रहण साफ तौर पर नजर आएगा। नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, चेन्नई, लखनऊ, पटना, अहमदाबाद, जयपुर, पुणे, कानपुर, नागपुर, हैदराबाद, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, वाराणसी, गोरखपुर और देहरादून समेत देशभर से लोग इस अद्भुत नजारे को देख पाएंगे।
चंद्र ग्रहण के दौरान, राशियों के अनुसार विशिष्ट मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ये मंत्र ग्रहण के दौरान शांति, सुरक्षा और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करते हैं।
राशियों के लिए चंद्र ग्रहण मंत्र
कर्क राशि वाले "हरे राम हरे कृष्ण" मंत्र का जाप कर सकते हैं
सिंह राशि के जातकों को "राम राम रामेति रमे रामे मनोरमे सहस्रनाम तत्तुल्यं राम नाम वरानने" का जाप करने की सलाह दी जाती है।
कन्या राशि वाले जातक "ॐ गं गणपतये नमः" का जाप करें।
मेष राशि के जातकों को "ॐ हं हनुमते नमः" का जाप करना चाहिए।
वृषभ राशि के जातक "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" का जाप कर सकते हैं।
मिथुन राशि के जातकों को "ॐ अनंताय नमः" का जाप करने की सलाह दी जाती है।
मकर राशि वाले जातक "ॐ काल भैरवाय नमः" का जाप करें।
कुंभ राशि के जातकों को महामृत्युंजय के जाप करने की सलाह दी जाती है।
मीन राशि के जातक "ओम श्राम श्रीम श्रोम सः चन्द्रमसे नमः" का जाप करें।
तुला राशि के जातकों को "ओम क्लीं कृष्णाय नमः" का जाप करने की सलाह दी जाती है।
वृश्चिक राशि वालों को "ओम नमः शिवाय" का जाप करना चाहिए
धनु राशि के जातकों को "ओम धन्वंतरायै नमः" का जाप करने की सलाह दी जाती है।
चंद्रमा का रंग पहले हल्का नारंगी होने लगेगा। इसके कुछ पल बाद ही लाल रंग में रंग जाएगा। चंद्रमा कुछ लम्हों बाद पुनः नारंगी रंग लिए नजर आएगा। साथ ही पूर्ण ग्रहण से चंद्रमा छंटना शुरू हो जाएगा, जो आगे बढ़ते काली छाया वाले ग्रहण से अंतिम चरण में लगभग 1.25 बजे मुक्त हो जाएगा।
वर्ष का अंतिम चंद्रग्रहण भाद्रपद पूर्णिमा की रात में लगेगा। पितरों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने, उनकी पूजा-आराधना और तर्पण-अर्पण के विधान भी उसी दिन से आरंभ होंगे। रविवार को पूर्णिमा का श्राद्ध किया जाएगा। इसी दिन मातृकुल के पितरों नाना-नानी आदि का तर्पण किए जाने का विधान है। सूतक दोपहर 12:57 बजे से लग रहा है। विद्वान पंडितों का कहना है कि श्राद्ध कर्म पर चंद्रग्रहण के सूतक का प्रभाव नहीं होता है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, आज यानी 07 सितंबर को भादप्रद पूर्णिमा मनाई जा रही है।इस बार भादप्रद पूर्णिमा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण (7 september chandra grahan) लगने जा रहा है। यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा। ऐसा माना जाता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान वर्जित कामों को करने से इंसान को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
चंद्र ग्रहण के दौरान आम जनता के लिए वास्तव में कोई विशेष नियम या शर्तें नहीं हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। परंपरागत रूप से, चंद्र ग्रहण के दौरान केवल तभी प्रतिबंधों का पालन किया जाता है जब वह आपके स्थान पर दिखाई दे।
यदि चंद्र ग्रहण आपके शहर में दिखाई नहीं दे रहा है, लेकिन किसी नज़दीकी शहर में दिखाई दे रहा है, तो आपको इसे नहीं देखना चाहिए। सूतक के दौरान बताई गई सावधानियां केवल तभी बरतनी चाहिए जब चंद्र ग्रहण आपके शहर में दिखाई दे। बादल छाए रहने या किसी अन्य मौसम की स्थिति के कारण चंद्रमा दिखाई न दे, तब भी चंद्र ग्रहण माना जाता है," इसमें आगे कहा गया है।
ग्रहण से पहले और बाद में स्नान करें: ऐसा माना जाता है कि ग्रहण से पहले स्नान करने से सभी अशुद्धियाँ धुल जाती हैं और आप ग्रहण की ऊर्जाओं के लिए तैयार हो जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि ग्रहण के बाद स्नान करने से ग्रहण के दौरान आपके द्वारा ग्रहण की गई किसी भी नकारात्मकता से मुक्ति मिलती है।
ध्यान या जप करें: ध्यान और जप को मन को शांत करने और अपने अंतर्मन से जुड़ने के तरीके के रूप में देखा जाता है। चंद्र ग्रहण के दौरान, ऐसा माना जाता है कि ये अभ्यास आपको ग्रहण की ऊर्जा का सकारात्मक उद्देश्यों के लिए उपयोग करने में मदद कर सकते हैं।
शाकाहारी भोजन करें: सात्विक भोजन वे होते हैं जिन्हें शुद्ध और हल्का माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ये शांति, स्पष्टता और कल्याण को बढ़ावा देते हैं। चंद्र ग्रहण के दौरान, कुछ लोग ग्रहण की ऊर्जा के साथ तालमेल बिठाने के लिए केवल सात्विक भोजन ही खाना पसंद करते हैं।
दान करें: दान करना अच्छे कर्मों का एक तरीका माना जाता है। चंद्र ग्रहण के दौरान, कुछ लोगों का मानना है कि दान करने से ग्रहण के सकारात्मक प्रभावों को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
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ग्रहण के दौरान खाना न बनाएं या न खाएं: कुछ लोगों का मानना है कि चंद्र ग्रहण के दौरान खाना पकाने या खाने से आप ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा के संपर्क में आ सकते हैं। वे खाना पकाने या खाने से पूरी तरह परहेज कर सकते हैं, या वे केवल पहले से पका हुआ खाना ही खा सकते हैं।
नुकीली वस्तुओं का प्रयोग करें: नुकीली वस्तुओं को नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। कुछ लोगों का मानना है कि चंद्र ग्रहण के दौरान नुकीली वस्तुओं का उपयोग करने से आपके जीवन में नकारात्मकता आ सकती है। वे नुकीली वस्तुओं का उपयोग पूरी तरह से टाल सकते हैं, या उनका उपयोग करते समय अतिरिक्त सावधानी बरत सकते हैं।
ग्रहण के दौरान सोना: कुछ लोगों का मानना है कि चंद्र ग्रहण के दौरान सोने से नकारात्मक सपने या बुरे सपने आ सकते हैं। वे ग्रहण के दौरान जागते रहना चुन सकते हैं, या ग्रहण से पहले या बाद में अच्छी नींद लेने के लिए कदम उठा सकते हैं।
तनावग्रस्त या चिंतित होना: तनाव और चिंता को नकारात्मक भावनाएँ माना जाता है। कुछ लोगों का मानना है कि तनाव और चिंता चंद्र ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों को बढ़ा सकते हैं। ग्रहण के दौरान मन की सकारात्मक स्थिति बनाए रखने के लिए वे विश्राम तकनीकों का अभ्यास कर सकते हैं या प्रियजनों के साथ समय बिता सकते हैं।