Mokshada Ekadashi 2025: मोक्षदा एकादशी पर न करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां, वरना रुक सकती है धन की गति
Mokshada Ekadashi 2025: धार्मिक मान्यता है कि इस पवित्र तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और व्रत करने से मोक्ष तथा पुण्य की प्राप्ति होती है। लेकिन इस दिन तुलसी से जुड़े कुछ नियमों का पालन न करने पर साधक पूर्ण फल से वंचित भी रह सकता है।
Publish Date: Thu, 27 Nov 2025 12:16:30 PM (IST)
Updated Date: Thu, 27 Nov 2025 12:16:30 PM (IST)
मोक्षदा एकादशी पर न करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां।HighLights
- मोक्षदा एकादशी का व्रत इस साल 1 दिसंबर को पड़ेगा।
- 1 दिसंबर के दिन गीता जयंती भी मनाई जाती है।
- मोक्षदा एकादशी पर न करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां।
धर्म डेस्क। पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस वर्ष यह व्रत 1 दिसंबर को पड़ेगा। इसी दिन गीता जयंती भी मनाई जाती है, जो श्रीमद्भगवद्गीता के उपदेश दिवस का प्रतीक है।
धार्मिक मान्यता है कि इस पवित्र तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और व्रत करने से मोक्ष तथा पुण्य की प्राप्ति होती है। लेकिन इस दिन तुलसी से जुड़े कुछ नियमों का पालन न करने पर साधक पूर्ण फल से वंचित भी रह सकता है।
एकादशी पर तुलसी से जुड़ी इन गलतियों से बचें
1. एकादशी के दिन तुलसी में जल न चढ़ाएं
मान्यता के अनुसार एकादशी के दिन माता तुलसी स्वयं भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत करती हैं। ऐसे में इस दिन तुलसी पर जल अर्पित करना या तुलसी पत्र तोड़ना उनके व्रत में बाधा डाल सकता है। इसलिए इस तिथि पर तुलसी को न तो जल चढ़ाया जाता है और न ही पत्ते तोड़े जाते हैं।
2. तुलसी के पास गंदगी या अपवित्र वस्तुएं न रखें
तुलसी का पौधा पवित्र माना गया है और इसे देवी लक्ष्मी का रूप भी कहा जाता है। ऐसे में जूते-चप्पल, झाड़ू, कूड़ेदान या गंदगी तुलसी के पास रखना अशुभ माना जाता है। इससे देवी लक्ष्मी की कृपा नहीं मिलती और धन-संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
3. एकादशी को तुलसी को न छुएं, लेकिन दीपक जरूर जलाएं
एकादशी के दिन तुलसी को छूने की मनाही होती है, लेकिन शाम के समय तुलसी के पास घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ होता है। आप इस दिन 7 या 11 बार तुलसी की परिक्रमा कर सकते हैं और तुलसी मंत्रों का जप करने से विशेष फल मिलता है।
इन कार्यों से मिलेगी विष्णु जी की विशेष कृपा
- एकादशी के दिन भगवान विष्णु के भोग में तुलसी दल अवश्य अर्पित करें।
- चूंकि इस तिथि पर तुलसी पत्र तोड़ना निषेध है, इसलिए एक दिन पहले ही पत्ते तोड़कर रख लें।
- गमले में गिरे हुए पत्तों का भी उपयोग किया जा सकता है, इसे अशुभ नहीं माना जाता।
- इन नियमों का पालन करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और मोक्षदा एकादशी का व्रत पूर्ण फलदायी होता है।