मृगशिरा नक्षत्र
ये अच्छे आर्थिक सलाहकार भी होते हैं। इनमें प्रत्येक कार्य को करने की पूर्ण शक्ति होती है।
By Shailendra Kumar
Edited By: Shailendra Kumar
Publish Date: Mon, 17 Apr 2023 02:03:28 PM (IST)
Updated Date: Mon, 17 Apr 2023 02:03:28 PM (IST)
Mrigasira Nakshatra: 27 नक्षत्रों में इस मृगशिरा नक्षत्र पांचवें स्थान पर आता है। इसे मृगशीर्ष या मृगाशिर भी कहते हैं, जिसका अर्थ मृग यानी हिरन का सिर है। यह नक्षत्र वृष और मिथुन दोनों राशियों को जोड़ने वाला नक्षत्र है। इसका स्वामी ग्रह मंगल है, वहीं इसके देवता चंद्रमा हैं। इनका जीवन का प्रथमार्द्ध उतार-चढ़ाव वाला होता है। ये किसी कार्य को निरन्तर अथवा लगातार जारी नहीं रख सकते।
विशेषता
ग्रह स्वामी मंगल होने के चलते ये सदा ही ऊर्जा से भरे रहते हैं। बहुत ही साफ दिल और सभी को प्रेम करने वाले होते हैं लेकिन कोई छल करे तो फिर यह उसे माफ नहीं करते। व्यक्तिगत जीवन में ये अच्छे मित्र साबित होते हैं। इसके अलावा प्रेम में अूटट विश्वास होने के चलते इनका वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। इस नक्षत्र में जन्म लेनेवाली स्त्री जातक पतली व सुन्दर होती है। इस नक्षत्र के लोगों में इंट्यूशन क्षमता भी होती है और यह आने वाले संकट को पहले ही भांप लेते हैं।