धर्म डेस्क, इंदौर। ये तो सभी जानते हैं प्रभु श्री राम ने सूर्यवंशी के रूप में अवतार लिया था और उनका संबंध रघुकुल से था। इस संबंध में महर्षि वाल्मीकि की आदि रामायण और तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरित मानस में विस्तार से उल्लेख मिलता है। आज हम आपको रघुकुल की वंशावली के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं। इस बारे में इक्ष्वाकु वंश के गुरु वशिष्ठ ने विस्तार से जानकारी दी है। पौराणिक धर्म ग्रंथों के मुताबिक सूर्यवंशियों की ही एक शाखा रघुवंश की है, जिसमें राजा रघु जी का जन्म हुआ था, जो ककुत्स्थ के पुत्र थे। रघु एक बहुत ही पराक्रमी और तेजस्वी राजा थे। उनके प्रताप के कारण ही इस कुल को उनके नाम यानी रघकुल या रघुवंश के नाम से जाना जाता है।
ब्रह्मा जी से मरीचि उत्पन्न हुए।
मरीचि के पुत्र - कश्यप
कश्यप के पुत्र - विवस्वान
विवस्वान के पुत्र - वैवस्वत मनु
वैवस्वत मनु के पुत्र - इक्ष्वाकु
इक्ष्वाकु के पुत्र - कुक्षि
कुक्षि के पुत्र - विकुक्षि
विकुक्षि के पुत्र - बाण
बाण के पुत्र - अनरण्य
अनरण्य के पुत्र - पृथु
पृथु के पुत्र - त्रिशंकु
त्रिशंकु के पुत्र - धुंधुमार
धुन्धुमार के पुत्र - युवनाश्व
युवनाश्व के पुत्र - मांधाता
मांधाता के पुत्र - सुसन्धि
सुसन्धि दो पुत्र - ध्रुवसन्धि और प्रसेनजित
ध्रुवसन्धि के पुत्र - भरत
भरत के पुत्र - असित
असित के पुत्र - सगर
सगर के पुत्र - असमञ्ज
असमञ्ज के पुत्र - अंशुमान
अंशुमान के पुत्र - दिलीप
दिलीप के पुत्र - भगीरथ
भागीरथ के पुत्र - ककुत्स्थ
ककुत्स्थ के पुत्र - रघु (इन्हीं के नाम पर रघुकुल नाम पड़ा)
रघु के पुत्र - प्रवृद्ध
प्रवृद्ध के पुत्र - शंखण
शंखण के पुत्र - सुदर्शन
सुदर्शन के पुत्र - अग्निवर्ण
अग्निवर्ण के पुत्र - शीघ्रग
शीघ्रग के पुत्र - मरु
मरु के पुत्र - प्रशुश्रुक
प्रशुश्रुक के पुत्र - अम्बरीश
अम्बरीष के पुत्र - नहुष
नहुष के पुत्र - ययाति
ययाति के पुत्र - नाभाग
नाभाग के पुत्र - अज
अज के पुत्र - दशरथ
राजा दशरथ के चार पुत्र - श्री रामचन्द्र, भरत, लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न
श्री रामचंद्र के दो पुत्र - लव और कुश
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