Raksha Bandhan 2025: राखी बांधते वक्त क्यों बांधी जाती हैं 3 गांठें? जानिए पौराणिक और भावनात्मक महत्व
Raksha Bandhan 2025 Significance: रक्षाबंधन पर राखी में तीन गांठें बांधने की परंपरा त्रिदेवों और भाई-बहन के रिश्ते की प्रतीक मानी जाती है।
Publish Date: Tue, 05 Aug 2025 02:08:22 PM (IST)
Updated Date: Tue, 05 Aug 2025 02:08:22 PM (IST)
Raksha Bandhan 2025 Celebrations: रक्षाबंधन पर जानिए राखी बांधते वक्त तीन गांठों की मान्यता।HighLights
- रक्षाबंधन 2025 का शुभ मुहूर्त घोषित।
- भाई-बहन के रिश्ते में गांठों का योगदान।
- त्रिदेवों से जुड़ी है राखी की परंपरा।
Raksha Bandhan 2025: इस वर्ष 9 अगस्त, शनिवार को रक्षाबंधन मनाया जाएगा। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को भाई-बहन के प्रेम और रक्षा के संकल्प के रूप में मनाया जाता है। बहनें इस दिन अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र व सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं और उपहार भी देते हैं।
त्रिदेवों से जुड़ी है राखी की परंपरा
आपने यह जरूर देखा होगा कि राखी बांधते समय बहनें उसमें तीन गांठें लगाती हैं। इन तीन गांठों का धार्मिक और भावनात्मक दृष्टि से गहरा महत्व होता है।
![naidunia_image]()
- पहली गांठ ब्रह्मा जी को समर्पित होती है, जो सृष्टि के रचयिता माने जाते हैं। यह गांठ अच्छे आरंभ और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होती है।
- दूसरी गांठ भगवान विष्णु के नाम होती है, जो पालनकर्ता हैं। यह भाई की रक्षा, स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है।
- तीसरी गांठ महादेव शिव को समर्पित होती है, जो संहारक और मोक्षदाता हैं। यह बुराई से सुरक्षा और आंतरिक शक्ति का प्रतीक होती है। इसके साथ ही ये गांठें भाई-बहन के रिश्ते में प्रेम, विश्वास और सुरक्षा की डोर को मजबूत करती हैं। यह सिर्फ धागा नहीं, बल्कि बहन की आस्था और दुआओं का प्रतीक होता है।