Rog Panchak 2023: मार्च में लगने जा रहा 'रोग पंचक', इस दौरान भूलकर भी ना करें लापरवाही, वरना झेलनी पड़ेगी मुसीबत
Rog Panchak 2023: घर की छत न डलवाएं, न ही घर का निर्माण कार्य शुरू करें।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Tue, 14 Mar 2023 02:44:39 PM (IST)
Updated Date: Tue, 14 Mar 2023 02:44:39 PM (IST)
Rog Panchak 2023: Rog Panchak 2023: हिंदू धर्म में जब भी कोई शुभ कार्य किया जाना होता है उससे पहले मुहूर्त, नक्षत्र और ग्रहों की स्थिति देखी जाती है। इसे हम ज्योतिष की भाषा में पंचांग देखना कहते हैं। इसमें शुभ अशुभ मुहूर्त सुनिश्चित किये जाते हैं। माना जाता है कि जैसे शुभ मुहूर्त में काम सफल व सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं उसी प्रकार अगर अशुभ मुहूर्त में कार्य किए जाएं तो इसके विपरीत परिणाम देखने को मिल सकते हैं। इसलिए जब भी कोई शुभ काम करें मुहूर्त देख लें और इन मुहूर्त में एक अशुभ मुहूर्त पंचक को भी जरूर ध्यान में रखें, क्योंकि ये पूरे 5 दिनों तक चलता है।
दरअसल, कैलेंडर में हम देखते हैं कि हर महीने के 5 दिन ऐसे होते हैं जिनमें पंचक बनता है। पंचक के इन 5 दिनों को अशुभ माना जाता है, इनमें ना तो कोई मांगलिक कार्य किये जाते हैं और ना ही नया व्यापार सहित अन्य कोई शुभ कार्य किये जाते हैं। बता दें कि मार्च में भी इस साल का तीसरा पंचक लगने वाला है। जो की बहुत अशुभ माना जा रहा है। आइए जानते हैं कब से शुरू होगा मार्च में पंचक और इस दौरान क्या-क्या ना करें।
मार्च में लगेगा रोग पंचक 2023
साल 2023 का तीसरा पंचक 19 मार्च 2023, रविवार को सुबह 11 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगा और 23 मार्च 2023 को दोपहर 02 बजकर 08 मिनट तक रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रविवार से शुरू होने वाला पंचक रोग पंचक कहलाता है। बता दें कि इस बार चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू हो रही है, ऐसे में नवरात्रि के पहले दो दिन पंचक रहेगा।
रोग पंचक के दौरान ना करें ये काम
- रोग पंचक अपने नाम के अनुसार पांच दिन तक शारीरिक और मानसिक रूप से कष्ट पहुंचा सकता है। ऐसे में रोग पंचक की अवधि में पांच दिन तक सेहत के प्रति लापरवाही न बरतें।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रोग पंचक में हर तरह के मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। इसलिए इस दौरान कोई मांगलिक कार्य करना हो तो उसे टाल दें।
- पांच दिन दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए, इसे यम की दिशा माना गया है।
- घर की छत न डलवाएं, न ही घर का निर्माण कार्य शुरू करें. मान्यता है कि पंचक में बनाए गए घर में अशांति का माहौल रहता है।
- पंचक के दौरान नई चारपाई, पलंग आदि नहीं बनवाने चाहिए और निबाड़ वाली चारपाई की बुनाई भी न करवाएं।