रोहिणी नक्षत्र
इस नक्षत्र के जातक मनमौजी होते हैं। दिल जैसा कहे, वैसा करते हैं। किसी भी कार्य का अग्रिम योजना नहीं बनाते हैं।
By Shailendra Kumar
Edited By: Shailendra Kumar
Publish Date: Sun, 16 Apr 2023 03:41:41 PM (IST)
Updated Date: Tue, 18 Apr 2023 01:41:26 PM (IST)
Rohini Nakshatra: 27 नक्षत्रों में रोहिणी का स्थान चौथा है। इस नक्षत्र का स्वामी केतु ग्रह है। यह बैल गाड़ी या रथ की तरह दिखायी देता है। इस नक्षत्र के देवता प्रजापति और लिंग स्री है। इस नक्षत्र के जातक जल्दबाज़ी छोड़ संयमित होकर कार्य करें तो जीवन में विशेष सफलता प्राप्त कर सकते हैं। युवावस्था में इन्हें कुछ संघर्ष करना पड़ सकता है, लेकिन अड़तीस वर्ष की अवस्था के बाद इनके जीवन में स्थिरता आने की पूरी संभावना है।
विशेषता
इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक का व्यक्तित्व आकर्षक होता है। स्त्री जातक भी कोमल एवं अति सुन्दर होती है। इन जातकों को क्रोध जल्दी आता है और फिर जल्दी शान्त नहीं होता। ये अपना निर्माण कम ही बदलते हैं। ये अक्सर बुद्धि से कम और मन से अधिक काम लेते हैं। इनके जीवन में उतार-चढ़ाव अधिक आते हैं। साधारणतः रोहिणी नक्षत्र वाले जातक बलवान, मधुरभाषी, उत्तम वक्ता, सत्यवादी, सुन्दर एवं आज्ञाकारी होते हैं। ये दानी, उदार तथा शान्त स्वभाव के स्वामी होते हैं।