Sawan 2025: श्रावण सोमवार पर बन रहे विशेष ज्योतिषीय संयोग, महादेव करेंगे हर मनोकामना पूरी
श्रावण माह 11 जुलाई से 9 अगस्त 2025 तक रहेगा, जिसमें शिव उपासना के पूरे 30 दिन मिलेंगे। चारों सोमवार विशेष योगों से युक्त हैं। मराठी व गुजराती समाज में श्रावण 25 जुलाई से शुरू होगा। इस माह में कई व्रत-त्योहार, जैसे नाग पंचमी, रक्षाबंधन व सावन शिवरात्रि मनाए जाएंगे।
Publish Date: Fri, 04 Jul 2025 10:43:53 AM (IST)
Updated Date: Fri, 04 Jul 2025 10:43:53 AM (IST)
सावन में बन रहे शुभ संयोग में करें महादेव की अराधना। (फाइल फोटो)HighLights
- श्रावण माह 11 जुलाई से 9 अगस्त तक रहेगा।
- चारों सोमवार विशेष योगों के साथ शुभ माने गए।
- मराठी, गुजराती समाज में श्रावण 25 जुलाई से।
धर्म डेस्क, इंदौर। हिंदू पंचांग के अनुसार शिव आराधना का पावन श्रावण माह इस बार 11 जुलाई 2025 से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 तक चलेगा। इस बार का श्रावण मास विशेष खगोलीय संयोगों, शुभ योगों और धार्मिक आयोजनों के कारण बहुत लाभदायक माना जा रहा है। पूरे 30 दिन मिलने से शिव उपासकों को लगातार पूजा-अर्चना का अवसर मिलेगा। शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ने की पूरी संभावना है। मंदिरों में विशेष आयोजन शुरू हो चुके हैं।
आयुष्मान, सौभाग्य और प्रति योग में होगी शुरुआत
श्रावण माह की शुरुआत 11 जुलाई को आयुष्मान, सौभाग्य और प्रति योग में हो रही है। यह तीनों योग जीवन में समृद्धि, दीर्घायु और शुभफल देने वाले माने जाते हैं। इस शुभ शुरुआत के साथ पूरे माह का वातावरण धार्मिक ऊर्जा से भरपूर रहेगा।
चार सावन सोमवार पर विशेष ज्योतिषीय संयोग
इस बार चारों सोमवार अत्यंत विशेष हैं क्योंकि हर सोमवार को कोई न कोई शुभ योग बन रहा है:
- पहला सोमवार (14 जुलाई): गजकेसरी योग और संकष्टी चतुर्थी।
- दूसरा सोमवार (21 जुलाई): सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और बुधादित्य योग।
- तीसरा सोमवार (28 जुलाई): रवि योग।
- चौथा सोमवार (4 अगस्त): सर्वार्थ सिद्धि योग।
इन योगों में शिव पूजा विशेष रूप से कल्याणकारी मानी जाती है और भक्तों को आरोग्य, आयु और मानसिक शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
मराठी और गुजराती समाज में अलग श्रावण माह
ज्योतिषाचार्य श्रीकांत पोपलेकर के अनुसार मराठी एवं गुजराती समाज के पंचांग के अनुसार श्रावण माह की शुरुआत 25 जुलाई से होगी। उनके सोमवार 28 जुलाई, 4 अगस्त, 11 अगस्त और 18 अगस्त को होंगे। इस अनुसार दोनों परंपराओं में धार्मिक आस्था और अनुष्ठानों की विविधता देखने को मिलेगी।
श्रावण माह के प्रमुख व्रत और त्योहार
श्रावण माह में कई महत्वपूर्ण तीज-त्योहार और व्रत पड़ रहे हैं...
- 12 जुलाई: जया पार्वती व्रत
- 14 जुलाई: पहला सोमवार और संकष्टी चतुर्थी
- 16 जुलाई: कर्क संक्रांति
- 17 जुलाई: कालाष्टमी
- 21 जुलाई: दूसरा सोमवार और कामिका एकादशी
- 23 जुलाई: सावन शिवरात्रि
- 24 जुलाई: हरियाली अमावस्या
- 29 जुलाई: नाग पंचमी
- 4 अगस्त: चौथा सोमवार
- 5 अगस्त: पुत्रदा एकादशी
- 9 अगस्त: रक्षाबंधन और नारली पूर्णिमा