धर्म डेस्क, इंदौर। सावन के महीने में भक्त महादेव को प्रसन्न करने के लिए जलाभिषेक करते हैं, जिससे प्रभु का आशीर्वाद मिल सके। उनकी मनचाही मुरादें पूरी हो सकें। शिवलिंग का अभिषेक कई पवित्र वस्तुओं से किया जा सकता है, जिसमें जल, दूध, दही, घी, शहद और गन्ने का रस प्रमुख है।
हर वस्तु का अपना खास महत्व है, जिनसे अलग-अलग फल मिलता है। उदाहरण से समझें कि दूध से अभिषेक करने से संतान का सुख प्राप्त होता है। शहद से अभिषेक करने से आर्थिक तंगी दूर होती है।
इस आर्टिकल में रुद्राभिषेक के लिए उपयोग की जाने वाली कई सामग्रियों के बारे में विस्तार से बताते हैं...
आमतौर पर भक्त जल से ही शिवलिंग पर अभिषेक करते हैं। इससे मन को शांति मिलती है। यह नकारात्मकता को दूर करती है।
संतान न होने से दुखी दंपति को दूध से अभिषेक करना चाहिए। महादेव के आशीर्वाद से उन्हें संतान का सुख प्राप्त होता है।
दही से अभिषेक करने से घर में समृद्धि आती है। परिवार में सुख-शांति का वास होता है।
घी से अभिषेक करने से जीवन में सफलता की प्राप्ति है। समाज में प्रसिद्धि मिलतीहै।
आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों को शहद से अभिषेक करना चाहिए। यह धन और समृद्धि लेकर आता है।
गन्ने के रस से अभिषेक करने से जीवन में सुख और समृद्धि आती है। परिवार में चल रहे विवाद समाप्त होते हैं।
शत्रु आप पर हावी हो रहे हैं, तो सरसों के तेल से शिवलिंग का अभिषेक करें। इससे आपकी जीत सुनश्चित होगी।
गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करने से पाप धुलते हैं। आपको मोक्ष की प्राप्ति होती है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। नईदुनिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। नईदुनिया अंधविश्वास के खिलाफ है।