Saturn in Good House: ज्योतिष में शनि एक ऐसे ग्रह हैं, जिनसे सभी भयभीत रहते हैं। जीवन की तमाम परेशानियों के लिए शनि को ही जिम्मेदार माना जाता है। लेकिन कुछ ऐसी स्थितियां हैं, जहां शनि किसी के जीवन में अच्छे परिणाम और सकारात्मक परिणाम ला सकते हैं। शनि के प्रभाव से व्यक्ति धीरे-धीरे तरक्की की सीढ़ियां चढ़ता है और शीर्ष तक पहुंच जाता है। कुंडली के कुछ घरों या भावों में शनि का होना वास्तव में जातक के लिए बहुत लाभदायक होता है। आप अपनी कुंडली में शनि के स्थान को देखकर समझ सकते हैं कि आपको शनि के गोचर या महादशा में किस तरह से फल मिलेंगे।
इस भाव में अगर शनि अकेला हो और लग्नेश का मित्र हो, जो जातक को बहुत शुभ परिणाम देता है। जब शनि इस घर में स्थित होते हैं, तो यह व्यक्ति के स्वभाव में अनुशासन, जिम्मेदारी और गंभीरता की भावना ला सकते हैं। शनि उसे अधिक मेहनती, केंद्रित और दृढ़निश्चयी बना सकते हैं। इस भाव में शनि की स्थिति, व्यक्ति को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और संघर्षशील बनने में मदद करती है। लेकिन इस भाव में शनि व्यक्ति को आलसी और धीरे-धीरे काम करनेवाला भी बनाता है।
इस भाव में शनि बहुत अच्छा फल देता है। ये व्यक्ति को जुझारुपन, संघर्षशीलता और कभी हार ना मानने वाला स्वभाव प्रदान करता है। इस भाव में शनि व्यक्ति को भाई-बहनों और परिवार के प्रति जिम्मेदार बनाता है। लेकिन हो सकता है कि वो परिवार के साथ ज्यादा समय ना बिताए। शनि की मौजूदगी से व्यक्ति के इंजीनियरिंग, लोहा, टेलिकॉम आदि क्षेत्रों में सफलता की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे लोग गंभीर और प्रभावशाली वक्ता होते हैं।
शनि छठे भाव का कारक होता है। इस भाव में शनि का होना सबसे अच्छ माना गया है। जिनकी कुंडली में शनि छठे भाव में होता है, उन्हें दुश्मनों से कोई खतरा नहीं होता। ऐसे लोगों से दुश्मनी निभानेवाले खुद बड़ी परेशानियों में फंस जाते हैं। इस स्थान में शनि, जातक को रोग और ऋण से भी मुक्त रखता है। ऐसे जातक बहुत अच्छे वकील या न्यायाधीश बनते हैं। मेडिकल में जानेवाले जातक बहुत अच्छे सर्जन बनते हैं। इनके विदेश यात्रा के भी योग बनते हैं। लेकिन इस भाव पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि नहीं होनी चाहिए। ऐसा होने पर शनि का असर कम हो जाता है।
दसवां भाव करियर, पेशे और सार्वजनिक छवि का प्रतिनिधित्व करता है। इस घर में शनि की स्थिति किसी के करियर के प्रति अनुशासित और गंभीर दृष्टिकोण ला सकती है। ऐसे जातकों को करियर में धीरे-धीरे सफलता मिलती है, लेकिन ये सफलता बहुत लंबी टिकती है और उन्हें बहुत ऊंचाई तक ले जाती है। अगर राहु से संबंध बने तो राजनीतिक में कामयाबी मिलती है। शनि की ये स्थिति लोगों को अधिक केंद्रित, मेहनती और जिम्मेदार बना सकती है। शनि की दशा में ऐसे लोगों को तरक्की और मान-सम्मान प्राप्त होता है।
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