धर्म डेस्क। वैदिक पंचांग के अनुसार, बुधवार 24 सितंबर को शारदीय नवरात्र का तीसरा दिन है। यह दिन देवी मां चंद्रघंटा को समर्पित होता है। इस शुभ अवसर पर भक्त मां की पूजा-अर्चना करते हैं और व्रत रखते हैं। मान्यता है कि मां चंद्रघंटा की साधना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, बुधवार 24 सितंबर की देर रात 2 बजकर 55 मिनट पर चंद्र देव कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में प्रवेश करेंगे। इस गोचर का प्रभाव कई राशियों पर खास तौर पर दिखाई देगा। आर्थिक लाभ, मानसिक शांति और जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
कन्या राशि के जातकों के लिए यह नवरात्र बेहद लाभकारी रहेगा। कारोबार से जुड़े लोगों को अचानक दोगुना फायदा मिल सकता है। विशेष रूप से ज्वेलरी व्यापारियों को बड़ा लाभ होगा। व्यापार का विस्तार करने के नए अवसर मिलेंगे और आपका सम्मान भी बढ़ेगा।
घर-परिवार में सुख-शांति का माहौल रहेगा और मेहमानों का आगमन हो सकता है। धन-संपत्ति में वृद्धि होगी और जीवन में नई खुशखबरी मिलने के योग हैं। इस अवधि में लाल रंग की वस्तुओं का दान करना शुभ फलदायी होगा।
चंद्र देव के राशि परिवर्तन का असर धनु राशि के जातकों पर भी सकारात्मक रहेगा। परिवार में खुशी और आनंद का वातावरण बनेगा। तनाव दूर होगा और किसी लंबे समय से रुकी हुई अच्छी खबर मिल सकती है। निवेश से लाभ होगा और नया काम शुरू करने का अवसर मिलेगा।
आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, साथ ही कोई बड़ी परेशानी भी दूर हो जाएगी। नवरात्र के दौरान प्रतिदिन देवी मां दुर्गा और उनके नौ रूपों की भक्ति करें। पूजा में लाल, पीले और सफेद रंग के फूल चढ़ाना विशेष रूप से शुभ माना जाएगा।