धर्म डेस्क, ग्वालियर। Shukra Uday Mithun Rashi: भौतिक सुखों,समृद्धि और वैभव के कारण शुक्र ग्रह का उदय शुक्रवार 28 जून को मिथुन राशि में होगा। शुक्र देव के उदय के साथ मांगलिक कार्य शुरू होंगे और बाजार में रौनक बढ़ेगी।
ज्योतिषाचार्य सुनील के अनुसार, शुक्र ग्रह के अस्त होने पर कई मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है। शुक्र के अस्त होने के कारण कोई शुभ मुहूर्त नहीं होता है। खासकर शादी करना इस दौरान अच्छा नहीं माना जाता क्योंकि शुक्र वैवाहिक सुख के कारक ग्रह हैं।
अब लगभग दो महीनों के बाद शुक्र देव मिथुन राशि में उदय होने जा रहे हैं। शुक्र के उदय होने से मांगलिक कार्य शुरू होंगे। विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए शुक्र का उदय होना जरूरी होता है। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी पर बुध की राशि मिथुन में शुक्र ग्रह का पश्चिम दिशा में उदय हो रहा है। हालांकि शुक्र उदय होने के आठ दिन के बाद विवाह के लिए शुभ मुहुर्त मिल रहा है। ऐसे में सात जुलाई से विवाह व मांगलिक कार्य आरंभ हो जाएंगे।
इस बार जुलाई में केवल पांच विवाह मुहूर्त होने के कारण व्यापार में वृद्धि होगी। बाजार में अच्छी खासी भीड़ नजर आएगी। सभी विवाह संबंधी वस्तुओं के रेट आसमान छूएंगे।
9 जुलाई से विवाह समारोह फिर से शुरू होंगे। 9, 11, 12, 13 और 15 जुलाई को शादियां हो सकती हैं। इसके बाद 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी और चतुर्मास का संयोग होने के कारण कोई शादियां नहीं होंगी। इसके बाद फिर से चार महीने के लिए शादी पर प्रतिबंध लागू हो जाता है।
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