
धर्म डेस्क। पितरों का सपने में आना हमेशा डर या अशुभ संकेत नहीं होता। स्वप्न शास्त्र के अनुसार, यह हमारे अवचेतन मन और परलोक के बीच एक विशेष संबंध का संकेत माना जाता है।
कई बार पूर्वज सपनों के माध्यम से हमें आशीर्वाद, चेतावनी या मार्गदर्शन देने आते हैं। जरूरत है उनके संकेतों को सही तरह से समझने की। आइए जानते हैं सपनों में पितरों के दिखने का क्या अर्थ होता है।
यदि सपने में आपके पूर्वज प्रसन्न और मुस्कुराते हुए नजर आएं, तो यह बेहद शुभ संकेत माना जाता है। इसका अर्थ है कि वे आपके कार्यों से संतुष्ट हैं और आप पर उनका आशीर्वाद बना हुआ है। ऐसे सपनों के बाद जीवन में सुख-शांति बढ़ती है और रुके हुए काम पूरे होने लगते हैं।
अगर सपने में पितर गुस्से में या दुखी दिखाई दें, तो यह एक चेतावनी हो सकती है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार, यह पितृ दोष या उनके असंतोष का संकेत है। संभव है कि उनसे जुड़े दान-पुण्य या श्राद्ध कर्म में कोई कमी रह गई हो। ऐसे में उनकी आत्मा की शांति के लिए विशेष पूजा-पाठ और प्रार्थना करनी चाहिए।
कई बार सपनों में पूर्वज कुछ मांगते हुए या बिना बोले इशारों में दिखाई देते हैं। इसका अर्थ है कि उनकी कोई इच्छा अधूरी रह गई है। वे चाहते हैं कि उनके नाम पर तर्पण, पिंडदान या किसी जरूरतमंद को भोजन कराया जाए। ऐसा करने से जीवन की बाधाएं दूर होने लगती हैं।
सपनों में माता-पिता का दिखना सबसे शुभ और भावनात्मक संकेत माना जाता है। यह दर्शाता है कि वे आपकी रक्षा कर रहे हैं और आपको सही दिशा में आगे बढ़ने का आशीर्वाद दे रहे हैं। ऐसे सपने करियर, स्वास्थ्य या पारिवारिक जीवन में आने वाली बड़ी सफलता की ओर इशारा करते हैं।
यदि कोई विशेष पूर्वज बार-बार आपके सपने में आ रहा है, तो इसे अनदेखा न करें। यह संकेत हो सकता है कि वे आपको किसी आने वाली परेशानी या संकट से आगाह कर रहे हैं। ऐसे समय में फैसले सोच-समझकर लें और जल्दबाजी से बचें।
दान करें - जरूरतमंद को भोजन, कपड़े या अनाज दान करें।
दीपक जलाएं - शाम के समय घर की दक्षिण दिशा में दीपक जलाना शुभ माना जाता है।
श्राद्ध और तर्पण करें - अमावस्या या पितृ पक्ष में पितरों के नाम से जल अर्पित कर उनकी शांति की कामना करें।
स्वप्न शास्त्र मानता है कि पितरों के संकेतों को समझकर यदि सही कदम उठाए जाएं, तो जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है।