Topaz Gem Benefits: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रत्नों का जातकों की जिंदगी में काफी असर होता है। पुखराज को ज्योतिष में बेहद मान्यता दी गई है। पुखराज रत्न दो तरीके के होते है। एक पीला और दूसरा सफेद पुखराज होता है। यह रत्न बृहस्पति का कारक होता है। यह रत्न जातक को सफलता, मन की इच्छा शक्ति, बलशाली और धनधान्य से पूर्ण बनाने के लिए पहनना चाहिए। पुखराज रत्न जातक को समस्याओं से निजात दिलाता है। इस रत्न को धारण करने से नई ऊर्जा उत्पन्न होती है।
इन राशियों के लिए लाभकारी
पुखराज रत्न मीन और धनु राशि के जातकों को सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाता है। इसलिए इन राशि के जातकों को यह रत्न धारण करना चाहिए। पुखराज ऐसा रत्न है। जिसमें काम बनाने और बिगाड़ने की शक्ति है।
पुखराज रत्न पहनने के फायदे
1. पुखराज धारण करने से उन्नति के रास्ते प्राप्त होते हैं। जातक का आत्मविश्वास बढ़ता है। मानसिंक शांति के लिए यह रत्न कारगर माना जाता है।
2. अगर जातक पुखराज रत्न धारण कर लेता है, तो उसे अच्छी बुरी चीजों को समझने की शक्ति मिलती है। इसके प्रभाव से पारिवारिक सुख मिलता है।
3. इस रत्न को धारण करने से विवाह में आने वाली रुकावट दूर होती है। यह जातकों को कर्जमुक्त बनाता है।
4. पुखराज रत्न जातक को तनाव से मुक्त होने की शक्ति प्रदान करता है। स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां कम होती है। इस रत्न को शिक्षा के क्षेत्र में सफलता का कारक माना जाता है।
5. पुखराज के शुभ प्रभाव से जातक की सोचने समझने की शक्ति बढ़ती है। जिससे जातक अपने जीवन में सही निर्णय ले पाता है।
पुखराज कितने रत्ती का पहनना चाहिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जातक इस रत्न को 5 रत्ती का पहन सकते है। यदि कम से कम पहनना है, तो 3 रत्ती तक पहना जा सकता है। इस रत्न को सोने या चांदी की धातु से बनी अंगूठी में पहनना लाभकारी माना जाता है।
पुखराज रत्न पहनने की विधि
इस रत्न को गुरुवार के दिन सूर्योदय के बाद दूध, शहद, गंगा जल, शक्कर आदि से बने मिश्रण में डाल दें। उसके बाद बृहस्पति देव के सामने अगरबत्ती जलाकर 108 बार ऊँ ब्रह्म ब्रह्स्पतिये नमः मंत्र का जाप करें। उसके बाद भगवान विष्णु के चरणों में अंगूठी को स्पर्श करके धारण करें। यह अंगूठी सीधे हाथ की अनामिका उंगली में पहना चाहिए।
डिसक्लेमर
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