महाभारत युद्ध के सूत्रधार की अनकही बातें
संजय विद्वान गावाल्गण नामक सूत के पुत्र थे।
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Publish Date: Thu, 19 Jan 2017 10:56:38 AM (IST)
Updated Date: Fri, 20 Jan 2017 12:18:51 PM (IST)

संजय, महाभारत के ऐसे पात्र थे। जिनके बारे में काफी कम लोग जानते हैं। लोग उनके बारे में बस इतना ही जानते हैं कि वह महाभारत युद्ध के सूत्रधार थे। जिनके जीवंत वर्णन से अंधे धृतराष्ट्र अपना अहंकार चूर होते और अपने वंश खत्म होते सुन रहे थे। लेकिन संजय ने यह सब कुछ देखा था।
दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक ग्रंथ महाभारत के उद्योगपर्व, भीष्म पर्व, और शल्यपर्व में संजय के बारे में काफी रोचक जानकारी मिलती हैं। जैसे कि...
- संजय विद्वान गावाल्गण नामक सूत के पुत्र थे। जाति से वह जुलाहे थे।
- संजय महर्षि व्यास के शिष्य तथा धृतराष्ट्र की राजसभा के सम्मानित सदस्य थे।
- संजय को श्री कृष्ण द्वैपायन व्यास द्वारा दिव्य दृष्टि का वरदान दिया गया था। जिससे उन्होंने महाभारत युद्ध में होने वाली घटनाओं को आँखों से देखा था।
- श्रीमद् भागवत् गीता का उपदेश जो कृष्ण ने अर्जुन को दिया, वह भी संजय द्वारा ही सुनाया गया।
- श्री कृष्ण का विराट स्वरूप, जो कि केवल अर्जुन को ही दिखाई दे रहा था, संजय ने दिव्य दृष्टि से देख लिया था।
- महाभारत युद्ध के अनेक वर्षों तक संजय युधिष्ष्ठिर के राज्य में रहे थे।
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- धृतराष्ट्र की मृत्यु के बाद वो हिमालय चले गए थे।