धर्म डेस्क। Vastu Tips In Hindi: वास्तु शास्त्र का घर की सुख-शांति पर गहरा प्रभाव पड़ता है। वास्तु ठीक न होने पर नकारात्मक ऊर्जा का घर में प्रवेश हो जाता है। ऐसे में घर का वास्तु संतुलित रहना बहुत जरूरी है, जिससे सकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से सौभाग्य का रास्ता खुल सके।
इस लेख में वास्तु दोष से घर को मुक्त करने के लिए 4 उपाय विस्तार से बताएंगे...
मुख्य द्वार से ही घर में सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। ऐसे में हमेशा इसको साफ-सुथरा रखना चाहिए। यहां पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था होनी चाहिए। दरवाजे पर कूड़ा या जूते-चप्पल नहीं रखना चाहिए। यह नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश का कारण बन जाता है।
घर कीवास्तु शास्त्र के अनुसार यदि घर का वास्तु संतुलित रहे तो घर में धन, सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है। वहीं, वास्तु दोष होने पर नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर जीवन में बाधाएं और परेशानियां बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं वे 5 जरूरी बातें, जिनका ध्यान रखकर घर को दोषमुक्त और ऊर्जा से भरपूर बनाया जा सकता है।
घर का मुख्य द्वार सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है। इसलिए इसे हमेशा साफ-सुथरा रखें और पर्याप्त रोशनी बनाए रखें। दरवाजे पर कूड़ा या जूते-चप्पल रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है, जिससे घर के सुख-समृद्धि पर असर पड़ता है।
घर में तुलसी का पौधा जरूर लगाना चाहिए। इसकी दिशा उत्तर-पूर्व होनी चाहिए। इसको घर में लगाने से वातावरण को शुद्ध हो जाता है। घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है। घर के अंदर कांटेदार पौधे लगाने से बचना चाहिए। यह वास्तु दोष का कारण बनते हैं।
रसोई आग्नि तत्व का स्थान है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रसोई दक्षिण-पूर्व दिशा में ही बनानी चाहिए। गैस चूल्हे का स्थान कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) नहीं होना चाहिए। यह धन हानि और परिवार में कलह का कारण बनता है।
वास्तु शास्त्र में माना गया है कि बिस्तर के ठीक सामने आईना को रखना गलत है। आपके नींद में होने पर आईने में दिखने वाली आपकी छाया से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यह मानसिक तनाव से लेकर असफलताओं का कारण बन सकता है। आईना को हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में ही लगाएं।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। नईदुनिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। नईदुनिया अंधविश्वास के खिलाफ है।