
धर्म डेस्क। भारत में शादी दो परिवारों और संस्कृतियों का संगम है। ऐसे में उपहार देने की परंपरा रिश्तों में प्रेम, सम्मान और शुभकामनाओं का प्रतीक मानी जाती है, लेकिन इनको देने से वास्तु का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। दरअसल, हिंदू धर्म में वास्तु और ज्योतिष के अनुसार कुछ उपहार ऐसे भी हैं, जिन्हें शादी में देना शुभ नहीं माना जाता। ऐसे तोहफे नए रिश्ते पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
इस लेख में विस्तार से उन चार वस्तुओं के बारे में बताएंगे, जिनके उपहार में देने से दांपत्य जीवन में जहर घुल सकता है।
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वास्तु शास्त्र के अनुसार, दूल्हा या दुल्हन को काले रंग की कोई वस्तु उपहार में देता है, तो यह नकारात्मकता और तनाव का कारण बन सकता है। यह रंग रिश्तों में दूरियों का संकेत भी माना जाता है।
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ज्योतिष कहता है कि दुल्हन को परफ्यूम देना अशुभ माना जाता है। अगर, दुल्हन को खुशबू पसंद नहीं आई, तो यह मनमुटाव और भावनात्मक दूरी बढ़ा सकता है, इसलिए इस उपहार से बचना बेहतर है।
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परंपरागत मान्यताओं के अनुसार, जूते या चप्पल उपहार में देना दूल्हा-दुल्हन के बीच मतभेद या दूरियां बढ़ाने वाला होता है। माना जाता है कि यह रिश्ते में बाधाओं को आमंत्रित करता है।
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वास्तु और ज्योतिष दोनों ही शादी में घड़ी गिफ्ट करना उचित नहीं मानते। ऐसा विश्वास है कि घड़ी समय के साथ रिश्तों में ठंडापन और दूरी ला सकती है, जिससे दांपत्य जीवन में तनाव बढ़ सकता है।
अस्वीकरण- इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। नईदुनिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। नईदुनिया अंधविश्वास के खिलाफ है।