धर्म डेस्क, इंदौर। Shukra Gochar November 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवंबर महीने में बेहद शुभ ग्रह का गोचर होने वाला है। धन, विलासिता और प्रेम का ग्रह शुक्र 3 नवंबर को स्थान परिवर्तन करेगा। शुक्र सिंह राशि को छोड़कर कन्या राशि में आएंगे। दिवाली से पहले यह बड़ा राशि परिवर्तन माना जा रहा है। शुक्र के गोचर का बड़ा प्रभाव पड़ेगा। 4 राशि वालों को खासकर अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। धनतेरस से पहले ढेर सारा धन प्राप्त होगा। आइए जानते हैं शुक्र का गोचर किन राशियों को फायदा पहुंचाएगा।
मेष राशि के जातकों के लिए नवंबर का महीना शुभ है। जीवन में शांति बनी रहेगी। आपको अटका धन मिलेगा, जिसका आप काफी समय से इंतजार कर रहे थे। शुक्र का प्रभाव जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकता है। नौकरी बदलने के इच्छुक लोगों को नए मौके मिल सकते हैं।
नवंबर में वृष राशि वालों का भाग्योदय हो सकता है। अब तक प्रगति के रास्ते में जो भी बाधाएं आ रही थीं, वे दूर होंगी। आपको पैसा मिलेगा। आर्थिक स्थिति में बड़ा उछाल आएगा। मेहनत का पूरा फल मिलेगा। विवाह तय हो सकता है।
शुक्र का राशि परिवर्तन मिथुन राशिवालों के लिए अच्छा समय लेकर आएगा। कम प्रयास से ही सफलता मिल सकती है। अप्रत्याशित धन लाभ होने की संभावना है। रुका हुआ पैसा मिलने से आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। यदि कोई कानूनी विवाद है तो फैसला आपके पक्ष में होने की पूरी संभावन है। इस अवधि में झुकाव आध्यात्मिक कार्यों में हो सकता है। धार्मिक तीर्थ स्थल पर भी जा सकते हैं। करियर के क्षेत्र में लाभ प्राप्त करेंगे। मेहनत के दम पर नौकरी में प्रमोशन के योग बनेंगे। जो जातक व्यापार करते हैं। वह इस अवधि में नए कांटेक्ट बनाने में सफल रहेंगे। साथ ही नए ऑर्डर हासिल करने के अवसर मिल सकते हैं।
तुला राशि के जातकों को शुक्र का गोचर काफी लाभ दे सकता है। अप्रत्याशित आर्थिक लाभ मिलेगा। पैतृक संपत्ति का भी लाभ हो सकता है। कर्मचारियों को पदोन्नति मिलेगी। व्यर्थ के प्रेम प्रसंगों के मामलों से खुद को दूर रखें, इसमें आपकी भलाई है। पुरानी इच्छा पूरी हो सकती है। करियर में संतुष्टि की प्राप्ति होगी। आउटसोर्सिंग का व्यापार करने के अवसर मिल सकते हैं। विदेशी स्त्रोतों से पैसा कमाने का मौका भी मिल सकता है।
शनिदेव कुंभ राशि में रहते हुए 4 नवंबर को मार्गी होंगे। वे 18 जून से इस राशि में रहते हुए वक्री चाल में थे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अधिकांश राशि के जातकों के काम पूरे होंगे। शनिदेव एक राशि में ढाई साल तक रहते हैं। कुंभ राशि में उनका प्रवेश 17 जनवरी को हुआ था। कुंभ उनके स्वामित्व वाली राशि है। राशि बदलने से शनि की साढ़े साती और ढैय्या से पीड़ित जातकों को राहत मिलेगी।
डिसक्लेमर
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'